योगी सरकार ने बनाई ये नयी रणनीति, गांव से शहर तक होगा…

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 11 सदस्यों में शामिल मनोज कुमार सिंह की अगुवाई वाली टीम पर ही पंचायतों की साफ-सफाई से लेकर पेयजल आपूर्ति और सेनिटाइजेशन की बड़ी जिम्मेदारी है।

 

मनोज कुमार सिंह का कहना है कि प्रदेश का हर जनपद सेनिटाइज होने से प्रदेश में कोरोना को हराया जा सकेगा। 22 मार्च से ही प्रदेश में लॉकडाउन था.

ऐसे में इस दौरान सफाईकर्मियों की कमी भी चुनौतीपूर्ण वक्त था। लेकिन सभी चुनौतियों को पछाड़ते हुए सफाई कर्मियों की कमी से लेकर तमाम सारी कठिनाईयां को दूर करते हुए उन्होंने सेनिटाइजेशन के कार्य को पूरा किया है।

यूपी में अब तक 58 हजार 808 ग्राम पंचायतों में एक चरण सेनिटाइजनेशन का कार्य हो चुका है। बता दें कि यूपी में कुल 75 जिले, 97 हजार 607 गांव और 58 हजार 808 ग्राम पंचायतें हैं। इन्हें सेनिटाइज करना बड़ी चुनौती थी।

उन्होंने बताया कि हर ग्राम पंचायत में होर्डिग्स लगाकर लोगों को जागरुक किया गया। नतीजन सेनिटाइजेशन के कामों ने तेजी पकड़ी और पहले राउंड में सभी हॉटस्पॉट, जिले सेनिटाइज हो गए।

प्रदेश सरकार द्वारा सेनिटाइजेशन के लिए अग्निशमन, जल निगम की गाड़ियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। विभाग द्वारा सभी सफाईकर्मियों को फेस्क मास्क, पीपीई उपलब्ध कराया गया।

कोरोना संक्रमण को कमजोर करने के लिए सेनेटाइजेशन जरूरी है और उत्तर प्रदेश के सभी गांव और शहरों में यह काम करना बेहद जटिल था।

लेकिन प्रदेश सरकार की रणनीति से न केवल सेनेटाइजेशन का पहला चरण पूरा हुआ बल्कि सभी 75 जिलों के 58 हजार 808 ग्राम पंचायतों में सेनेटाइजेशन हो भी चुका है। अब इसका दूसरा चरण पूरा होना है।

प्रदेश के सभी ग्राम पंचायतों, नगरों, नगर निकायों और कस्बों में साफ -सफाई, फॉगिंग, कूड़े का निस्तारण, सैनिटाइजेशन और पेयजल आपूर्ति की एक बड़ी चुनौती सामने थी। जिसकी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी ग्राम्य एवं पंचायती राज विभाग के प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह पर है।