अमरीका में चुनाव के बाद हो सकता है ये, हाई अलर्ट पर सुरक्षा बल

अमरीका में पिछले 10 महीनों के भीतर 50 लाख से अधिक हथियारों की ख़रीदारी की गई है जो अमरीका के इतिहास में एक रेकार्ड है। बंदूक उद्योग संघ के सर्वे से पता लगा कि जनवरी से सितंबर तक अमेरिका में 50 लाख से अधिक बंदूकें बिक गईं।

 

बंदूक उद्योग संघ के सर्वे के मुताबिक, अपनी सुरक्षा की चिंता में बंदूक खरीदने वालों में युवा, महिलाओं और अश्वेत समुदाय के लोगों की संख्या अधिक है।

सुरक्षा एजेंसियों की नजर उन राज्यों की सुरक्षा व्यवस्था पर केन्द्रित है जहां पर डेमोक्रेट्स अथवा रिपब्लिक समर्थकों का प्रभुत्व रहा है। स्पष्ट बहुमत न मिलने की स्थिति में हिंसा होने की ज्यादा संभावना व्यक्त की जा रही है।

न्यू जर्सी, विस्कॉन्सिन, टेक्सास, फ्लोरिडा, जॉर्जिया, ओरेगन व अन्य राज्यों में नेशनल गार्ड इकाइयों को बुलाया जा रहा है। एजेंसियों को यह भी चिंता है कि ज्यादा सुरक्षाबल देखकर कहीं मतदाता दहशत में आकर मतदान करने ही न निकलें इसलिए सुरक्षाकर्मियों को सादी वर्दी में भी तैनात किया जा रहा है।

न्यूजर्सी ऑफिस ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी के निदेशक जेरेड एम ने बताया चुनाव को लेकर ग़लत सूचनाएं प्रचारित की जा रही हैं जो लोगों को भड़काने का साधन बन सकती हैं।

उन्होंने कहा कि जब एक राष्ट्रपति ही चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाने लगे तो चुनाव परिणामों को लेकर आम लोगों को भड़काना आसान हो जाता है।

हिंसा और लूटपाट की आशंका को देखते हुए न्यूयॉर्क समेत कई राज्यों में दुकानदारों ने अपने स्टोर बंद कर दिए हैं।  एफबीआई ने हाल में कहा है कि देश में अचानक से हथियारबंद मिलिशिया समूहों का उदय हो गया जो किसी सरकार द्वारा समर्थित नहीं हैं।

ऐसे समूह, चुनाव के बाद हिंसा करा सकते हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि ज्यादातर समूह दक्षिणपंथी विचारधारा से जुड़े हैं। एक स्वतंत्र मिलिशिया ग्रुप ट्रैकर संस्था का दावा है कि यह लगभग 70 समूह हैं, जिनमें से बहुत सों ने खुलेआम ट्रंप का समर्थन किया है। ऐसे में चिंता की बात यह है कि ट्रंप के न जीतने पर ये समूह हिंसा फैला सकते हैं।

अमरीका में राष्ट्रपति पद के चुनाव के बाद हिंसा की संभावना व्यक्त की जा रही है।  अमरीकी मीडिया के अनुसार राष्ट्रपति चुनाव के बाद हिंसक कार्यवाहियों की आशंका बनी हुई है। अमरीका में चुनाव बाद हिंसा की आशंका को लेकर पूरे देश में पुलिस सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं।  आज अमरीका में मतदान किया जाएगा।