सामने आया चीन का ये बड़ा ये बड़ा झूठ, अब हो रही जांच

चीनी सेना की इंजीनियरिंग एकेडमी नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ डिफेंस टेक्नोलॉजी से लीक हुए डाटा में अस्पतालों के साथ संक्रमितों के मिलने वाले स्थान जैसे होटल, सुपरमार्केट, रेलवे स्टेशन, रेस्तरां और स्कूलों के नाम भी शामिल हैं। उदाहरण के तौर पर इसमें लिखा गया है .

 

14 मार्च को पूर्वी शहर झिंझियांग के एक रेस्तरां में कोविड-19 का एक मामला मिला, जबकि हरबिन के एक चर्च में 17 मार्च को संक्रमण के दो केस मिले।

हालांकि इस डाटा में इसकी जानकारी नहीं है कि संक्रमित मरीज ठीक हुआ या उसकी मौत हो गई। जबकि चीन दावा करता रहा है कि उसके देश में केवल हुबेई ही एकमात्र प्रांत है, जो इस संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ और देश में संक्रमित लोगों की अधिकतम संख्या 83 हजार से अधिक नहीं पहुंची।

चीन के वुहान में कोरोना के दूसरा दौर की आशंका है। यहां एक ही दिन में 6 नए मामले आने के बाद अधिकारियों ने कहा है कि अब वुहान के सभी नागरिकों की कोरोना जांच की जाएगी। वुहान की आबादी 1.10 करोड़ है। जबकि पूरे चीन में 16 नए मामले आए हैं, जिनमें 15 में लक्षण नजर नहीं आए हैं।

चीन कोविड-19 महामारी को लेकर दुनिया को गुमराह करने के लिए पहले से बदनाम है। इस बीच अमेरिकी समाचार वेबसाइट फॉरेन पॉलिसी के हाथ चौंकाने वाले दस्तावेज लगे हैं। लीक डाटा से पता चला है .

चीन में कोरोना वायरस के कारण 6.40 लाख लोग संक्रमित हुए और संक्रमण ने 230 शहरों को अपनी जद में लिया। इसमें फरवरी से लेकर अप्रैल अंत तक संक्रमित लोगों की सूची है। जबकि संक्रमित मरीजों की पुख्ता संख्या के साथ इसमें उनके मिलने के स्थान की जीपीएस कोडिंग भी दर्ज है।