सामने आई ये बड़ी रिपोर्ट, धरती जैसे ग्रह का हो रहा निर्माण, बस लोगो को करना होगा…

खगोलविदों ने इन तस्वीरें में कुछ ‘चमकीले धब्बों’ देखा, संभवतः यह डिस्क में अस्थिरता के माध्यम से एक नए ग्रह के निर्माण का संकेत है. यह निर्माणाधीन ग्रह कुछ सैकड़ों प्रकाश वर्ष ही दूर स्थित है.

 

खगोलविदों उनका मानना है कि यह युवा ग्रह कुछ-कुछ पृथ्वी जैसा हो सकता है. इन तस्वीरों की सहायता से पृथ्वी जैसे और ग्रहों की उत्पत्ति के सुराग का पता लगाया जा सकेगा.

युवा सितारे के आसपास बन रहा सौरमंडल : खगोलविदों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने युवा तारे के आस-पास बन रहे इस ग्रह का पता लगाया है. इस तारे का नाम ऌऊ45677 है और नया ग्रह इससे करीब 77 करोड़ किलोमीटर दूर स्थित है.

यह दूरी हमारे सौरमंडल के सूर्य और बृहस्पति के बीच स्थित दूरी के बराबर है. ग्रहा के आंतरिक किनारों की 15 छवियों को कैद करने के लिए चिली में यूरोपीय दक्षिणी वेधशाला के बहुत बड़े टेलीस्कोप का उपयोग किया.

खगोलविदों ने बताया कि ऐसी तस्वीरें पहले भी ली गई थीं, लेकिन ये पहले कैद की गई तस्वीरों से ज्यादा साफ हैं. खगोलविदों की टीम ने डिस्क के कुछ हिस्सों को संगठित करने के लिए एक गणितीय मॉडल का भी उपयोग किया है.

बता दें कि यह वही तकनीक है जिसके द्वारा पहली बार ब्लैक होल की तस्वीर कैद की गई थी.नए ग्रह का ऐसे पता लगाया इन छवियों में खगोलविदों ने छल्ले में अस्थिरता से बनने वाले धब्बों को देखा जिससे संकेत मिलता है कि किसी ग्रह का निर्माण होने वाला है.

खगोलविदों ने बताया कि प्रोटोप्लैनेटरी डिस्क तारों के समूह से बनते हैं. डिस्क में धूल के कण मिल पृथ्वी जैसे ग्रहों का निर्माण करते हैं.खगोल शास्त्रियों ने पृथ्वी के सबके नजदीक बन रहे नए ग्रह की कुछ बेहद खूबसूरत तस्वीरों को कैमरे में कैद किया है.

इससे खगोल शास्त्रियों को पृथ्वी की ही तरह अन्य ग्रह जिनपर जीवन के चिन्ह मौजूद हो सकते हैं, पता लगाने में आसानी हो सकती है. डेली मेल में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, खगोलविदों की एक अंतर्राष्ट्रीय टीम ने चिली में यूरोप के दक्षिणी Observatory वेरी लार्ज टेलीस्कोप का उपयोग ग्रहों की डिस्क के आंतरिक रिम्स (इनर रिम्स) की 15 तस्वीरें लेने के लिए किया.