बाजरा का उपयोग करने से मिलता है ये बड़ा लाभ, जानकर हो जायेंगे हैरान

जैसा कि हम पहले जान चुके हैं कि बाजर फाइबर का भरपूर स्रोत होता है, दोनों घुलनशील और अघुलनशील. साबुत अनाज या खाद्य पदार्थ जैसे बाजरा, टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित होनेवाले लोगों में औषधीय प्रभावों को प्रेरित करनेवाला समझा जाता है.

बाजरा का नियमित सेवन शरीर में स्वस्थ ब्लड शुगर लेवल को सुनिश्चित करता है और भारी कार्बोहाइड्रेट भोजन के बाद भी ब्लड शुगर वृद्धि को रोकता है.

इसके अलावा, अन्य साबुत अनाज प्रोडक्ट्स जैसे सफेद आटा और रोटी के विपरीत बाजरा का बहुत कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है. इसका मतलब हुआ कि उसमें प्राकृतिक रूप से ग्लूकोज या शुगर का उच्च लेवल नहीं होता. इसलिए, उसका सेवन ब्लड शुगर लेवल को शरीर में नहीं बढ़ाता है.

बाजरा ऐसे साबुत अनाज में गिना जाता है जो कैलोरी में बहुत कम होता है. इस तरह, शरीर से अपना कुछ वजन करनेवाले लोगों के लिए ये शानदार खानपान का विकल्प बनाता है.

उसमें कैलोरी का घनत्व सिर्फ 1: 2 होता है, जिसका मतलब है कि अगर आप इस जादुई अनाज को अपनी नियमित डाइट में शामिल करते हैं, तो ये आपके वजन को कम करने में मदद कर सकता है.

इसके अलावा, ये फाइबर के मामले में ज्यादा होता है, जो बेहतर मल गति का भी जिम्मेदार होता है और आपके पेट को भरा हुआ महसूस करवा सकता है. इस तरह, आप ज्यादा खाने से रुक जाते हैं. फाइबर के इस गुण की वजह से भी लोग वजन कम करने में मददगार बाजरा को खाते हैं.

बाजरा साबुत अनाज है और मुख्य रूप से भारत, अफ्रीका में उगाया जाता है, जबकि बड़े पैमाने पर दुनिया के विभिन्न हिस्सों में उसका सेवन किया जाता है.

बाजरा को सामान्यत: पोषक तत्वों का खजाना के तौर पर जाना जाता है क्योंकि ये शरीर के लिए सुपर फायदेमंद होता है. बाजरा को अनाज या ब्रेड की शक्ल में इस्तेमाल किया जा सकता है. बाजरा खाने के हैरतअंगेज स्वास्थ्य फायदों को जानना चाहिए.