महाराष्ट्र में रात 12 बजे हुई ये घटना, उद्धव ठाकरे ने सीएम योगी से की बात

उद्धव ठाकरे ने कहा कि यह गांव बहुत ही दुर्गम स्थान पर हैं. यह दोनों लोग गुजरात जा रहे थे. केंद्र शासित प्रदेश दादारा नगर हवेली के पास उन्हें रोका गया उन्हें वापस भेजा गया. वापस जाते वक्त पालघर में एक अफवाह के कारण यह घटना हो गई.

 

उद्धव ने कहा कि अगर केंद्र शासित प्रदेश में उन्हें रोक लिया गया होता तो शायद यह घटना न होती. जिस इलाके में यह घटना हुई है वहां कुछ दिनों से अफवाह है कि यहां चोर घूम रहे हैं.

इस इलाके में जाने के लिए ठीक से सड़क नहीं है. यहां पहुंचने के लिए भी दादरा नगर हवेली से जाना पड़ता है. जब यह घटना हुई है तब पुलिस के लोग भी घायल हुए हैं.

उद्धव ठाकरे ने कहा कि लगातार कल से यह आरोप लग रहा है कि साधुओं की हत्या हो गई. आप चुप क्यों बैठे हो? तो मैं बता दूं हम चुप नहीं बैठे हैं. जब यह घटना हुई तब रात साढे 12 बजे पालघर के एसपी वहां पहुंचे.

उसी रात से तड़के पांच बजे आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई थी. 17 अप्रैल तक 100 लोगों से भी ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. 18 अप्रैल को उन्हें अदालत में पेश किया गया. अब 30 अप्रैल तक इन्हें पुलिस कस्टडी में रखा गया है.

सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारी बात उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गृह मंत्री अमित शाह से हुई है. सभी को हमने सारी बातें समझा दी हैं. हमने बता दिया है कि यह कोई भी धार्मिक मुद्दा नहीं है.

पालघर हिंसा मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को अपनी चुप्पी तोड़ी. उन्होंने कहा कि संतों की हत्या को सांप्रदायिक रंग दिया जा रहा है.

जो कि गलत है. यह मामला सांप्रदायिक नहीं है. उन्होंने कहा कि लगातार यह आरोप लगाए जा रहे हैं कि हमारी सरकार दोषियों पर कार्रवाई नहीं कर रही.

तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. हम इस मामले पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. 100 से ज्यादा लोगों को अभी तक गिरफ्तार किया जा चुका है.