दुबई में पाकिस्तानी नागरिकों के साथ हुआ ये, जानकर छूटे लोगो के पसीने

एक पाकिस्तानी से मिलवाया और फिर उसने पीड़िता से उसकी फोटो मांगी, पीड़िता ने बताया की पाकिस्तानी शख्स ने नए मालिक को दिखाने के लिए मेरी तस्वीर मांगी।”

 

जिसके कुछ दिनों के बाद, मुझे पास के एक विला में ले जाया गया जहाँ मैं अन्य प्रतिवादियों से मिला, जिन्होंने मुझे बताया कि पाकिस्तानी व्यक्ति ने मुझे बेच दिया था और मैं एक वेश्या के रूप में काम करूंगी।

महिला को जब सच्चाई का पता चला तब वह हैरान रह गई और उसने ऐसा काम करने से मना कर दिया तब उसे विला में बंद कर दिया गया। यह विला Deira में Muraqqabat में स्थित है। इस विला का उपयोग वेश्यालय के रूप में किया जा रहा था।

30 वर्षीय इंडोनेशियाई महिला ने दुबई कोर्ट ऑफ़ फ़र्स्ट इंस्टेंस में सुनवाई के दौरान बताया की पिछले साल फरवरी में सोशल मीडिया पर उसने एक पोस्ट देखी जिसमें एक इंडोनेशियाई महिला इंडोनेशियाई घरेलु सहायिका की तलाश में थी। जब वह इंडोनेशियाई महिला से काम के लिए मिली तब उसने बताया की एक अमीराती परिवार को एक सहायिका की जरूरत है।

दुबई में घरेलु सहायिका के तौर पर काम करने वाली एक महिला ने चार बांग्लादेशी पुरुषों, दो इंडोनेशियाई महिलाओं और एक पाकिस्तानी पुरुष पर मानव तस्करी और वेश्यावृति के आरोप लगाए थे।

पाकिस्तानी शख्स ने महिला को काम देने के बहाने बांग्लादेशी पुरुषों के हांथ बेच दिया था और वे सब महिला पर वेश्यावृति करने के लिए दबाव बना रहे थे।

दुबई में एक गिरोह के 7 प्रवासियों को एक महिला को बेचने और फिर उससे वेश्यावृति करवाने के आरोप में सात साल की जेल की सजा सुनाई गई है।

सजा पूरा हो जाने के बाद सभी प्रवासियों को हमेशा के लिए UAE से बाहर कर दिया जायेगा और फिर वे दुबारा कभी UAE में नहीं आ पाएंगे। दुबई कोर्ट ऑफ़ फ़र्स्ट इंस्टेंस ने यह फैसला सुनाया है।