पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत के गांव में हुआ ऐसा, जानकर लोग हुए हैरान

गढ़वाल सांसद और पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत के गांव सीरों तक पहुंचना भी कम मुश्किल नहीं है, गांव को मुख्य बाजार सतपुली से जोड़ने वाला बौंसाल-भेटी मोटर मार्ग राज्य गठन के 21 साल बाद भी बदहाल है। हालांकि, हाल ही में बौंसाल से सरासू तक पांच किलोमीटर तक डामरीकरण हुआ है, लेकिन इसके बाद आगे का कम अधूरा छोड़ दिया गया है।

21 साल बाद पेयजल लाइन बिछने की उम्मीद
सीरों पलायन से ज्यादा प्रभावित नहीं है। यहां 130 परिवार रहते हैं, जिनकी आबादी 600 के करीब है। गांव में पेयजल का संकट लंबे समय से है। गांव में पानी पहुंचाने के लिए अब इसे कंडार सीरों पेयजल लाइन से जोड़ा जा रहा है।

स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए सतपुली और पौड़ी की दौड़:वर्तमान में सीरों गांव के लोग स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए सतपुली और पौड़ी पर आश्रित हैं। 600 आबादी के बावजूद गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक नहीं है, आसपास भी कोई सुविधा नहीं है।

जंगली जानवरों से खेती को नुकसान,गुलदार का खतरा:सीरों में लोग खेती पर भी निर्भर हैं, लेकिन जंगली जानवरों के कारण खेती को काफी नुकसान हो रहा है। बंदर-सुअर खेती खराब कर देते हैं, वहीं गुलदार आए दिन मवेशियों का मार डालता है।