चीन में 7 साल पहले हुआ था ये, अभी – अभी चला पता

सैंपल लेने वाली टीम ने खदान की सतह पर पड़े मल की सफाई का काम 6 लोगों को दिया था। जिन्हें बाद में निमोनिया हो गया और उनमें से 3 की मौत हो गई।

यह जानकारी एक चिकित्साकर्मी से मिली जो वायरस से प्रभावित 6 लोगों का इलाज करने वाली टीम में शामिल था। बकौल चिकित्साकर्मी रिपोर्ट में लिखा गया है कि वे सभी छह लोग कोरोना वायरस जैसे किसी वायरस से संक्रमित हुए थे।

कोरोना संक्रमण कहां से फैला, इसे लेकर तमाम संशय है, लेकिन एक नई पड़ताल में दावा किया गया है कि कोविड-19 जैसे 96 फीसदी लक्षण वाला एक वायरस चीन में 7 साल पहले यानी 2012 में ही मौजूद था।

यह वायरस चमगादड़ों का ठिकाना रही कॉपर की खदान में मिला था, जिस पर वुहान की प्रयोगशाला में 6 साल से परीक्षण चल रहा था। ब्रिटेन के एक पोर्टल की पड़ताल में यह खुलासा हुआ है।

रिपोर्ट के मुताबिक, कॉपर की यही खदान कोरोना वायरस की उत्पत्ति का मूल स्थान हो सकती है, जिसे चीन आज तक छुपाता रहा है। अब तक चीन कहता रहा कोविड जैसा कोई वायरस उसके यहां पहले से मौजूद नहीं था।