किसानों को लेकर सरकार आज करेगी ये फैसला, आंदोलन खत्म होने की उम्मीद

मोदी सरकार अपने इरादों पर अडिग है तो वहीं किसान भी तीनों ‘नए कानून’ वापस लेने की अपनी मांग पर डटे हुए हैं। इस क्रम में मोदी सरकार ने एक बार फिर से बातचीत का प्रस्ताव भेजा है, जिस पर किसान आज अपना विचार विमर्श करेंगे। उधर देश के अलग अलग हिस्सों से किसानों का दिल्ली कूच अभियान जारी है।

बीते मंगलवार को केन्द्र के कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली-गाजियाबाद की सीमा पर यूपी गेट के पास प्रदर्शन कर रहे किसानों ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 9 के सभी 14 लेनों को आठ घंटे तक जाम रखा और कथित रूप से एक पत्रकार और फोटोग्राफर के साथ धक्का-मुक्की की थी। किसानों ने सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक राजमार्ग के मुख्य रास्ते को जाम कर दिया था, हालांकि प्रशासन के बार-बार अनुरोध करने पर उन्होंने दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाले एक मार्ग को खोला गया।

उधर पत्रकारों से साथ धक्का-मुक्की की सूचना मिलने के बाद बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने प्रदर्शन करने वाले समूह में शामिल युवाओं को पत्रकारों के साथ गलत व्यवहार करने को लेकर डांट लगायी थी। बीकेयू के राज्य प्रमुख राजबीर सिंह ने बताया था कि बरेली और रामपुर से आ रहे कुछ किसानों की ट्रैक्टर ट्रॉली को स्थानीय पुलिस ने रोक दिया था, उसी के विरोध में राजमार्ग जाम किया गया।

किसान आंदोलन (Farmers Protest) के दिन बीतते जा रहे हैं लेकिन अबतक कोई समाधान निकलता नहीं दिख रहा है. आज प्रदर्शन का 28वां दिन है. सरकार के साथ आगे बातचीत होगी या नहीं इसका किसान आज फैसला करेंगे. दूसरी तरफ कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बातचीत से हल निकलने की उम्मीद जताई है.