भारतीय वायु सेना में शामिल होने जा रहा ये खतरनाक हथियार, जानकर छूटे चीन के पसीने

भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांसीसी रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पारले के साथ, सीडीएस जनरल बिपिन रावत, वायु सेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया, रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार, सचिव, रक्षा विभाग और अध्यक्ष, डीआरडीओ जी सतीश रेड्डी, कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे।

 

इस कार्यक्रम में भी, जो भारतीय वायु सेना के इतिहास में नीचे जाएगा, भारत में फ्रांसीसी राजदूत इमैनुएल लेनिन और वायु सेना प्रमुख एरिक ओटलेट होंगे।

उनके अलावा, हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य, केंद्रीय मंत्री रतनलाल कटारिया, मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे।

इस कार्यक्रम में सभी धर्मों की पूजा की जाएगी। इस दौरान राफेल और तेजस विमान प्रदर्शित होंगे। इसमें सारंग एरोबेटिक टीम भी शामिल होगी। इस आयोजन के बाद भारतीय और फ्रांसीसी प्रतिनिधिमंडल की द्विपक्षीय बैठक होगी।

राफेल विमान 17 वें वायु सेना के स्क्वाड्रन, गोल्डन एरो का हिस्सा होगा। तेजस विमान के साथ एक रंगीन एयर शो भी होगा। आयोजन के मद्देनजर अंबाला एयरबेस के आसपास के क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।

शहर के विभिन्न स्थानों पर नाका स्थापित किया गया है।राफेल लड़ाकू जेट आधिकारिक तौर पर आज भारतीय वायु सेना में प्रवेश करेंगे। 29 जुलाई को फ्रांस से अंबाला एयरबेस पहुंचे पांच राफेल फाइटर जेट आधिकारिक तौर पर भारतीय वायु सेना में शामिल हो गए।

इसके लिए अंबाला एयरबेस में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया है। भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस के रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ली इस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे।