चीन के खिलाफ भारत का साथ देगी इस देश की फ़ौज, तैनात किया जाएगे…

पोंपियो यूरोप के थींक टैंक ब्रसेल्स फोरम को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए संबोधित कर रहे थे। अमेरिकी विदेश मंत्री सवाल पूछा गया कि अमेरिका जर्मनी में अपने सैनिकों की संख्या कम क्यों कर रहा है।
अपने उत्तर में उन्होंने कहा कि ट्रंप प्रशासन ने दुनिया की सुरक्षा स्थिति का मुल्यांकन कर ऐसा फैसला किया है। जर्मनी से सेना हटाकर उन्हें उन क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा जहां उनकी आवश्यकता है ताकि चीन से उत्पन्न खतरे का सामना किया जा सके।

एक अन्य महत्वपूर्ण घटनाक्रम में अमेरिका और युरोपिय संघ ने चीन से उत्पन्न खतरे के मद्देनजर विचार-विमर्श का क्रम शुरु करने का फैसला किया है। इसके जरिए चीन के खिलाफ एक साझा रणनीति तैयार करने का प्रयास होगा।

उन्होंने कहा कि भारत ही नहीं वियतनाम, मलेशिया, इंडोनेशिया, फिलिपिंस और दक्षिण चीन सागर में चीन की पीयुप्लस लिबरेशन आर्मी से खतरा उत्पन्न हुआ है। इस सिलसिले में उन्होंने भारत-चीन सीमा पर हुए हिंसक सैन्य संघर्ष की चर्चा की।

अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने कहा है कि चीन से भारत और दक्षिण पूर्व एशिया के देशों को खतरा है जिसके मद्देनजर अमेरिका इस क्षेत्र में अपने सैनिकों की पर्याप्त तैनाती के लिए कदम उठाएगा।