चीन के खिलाफ उतरा ये देश, बोला अगर…

अपने वर्चुअल संबोधन में उनहोंने कहा कि पश्चिमी जगत को कई साल तक चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से उम्मीदें बनी रहीं। पश्चिमी जगत की सोच थी कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी अपना रवैया बदल कर चीनी नागरिकों का जीवन स्तर सुधार सकती है.

 

मगर पश्चिमी जगत की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी सहयोग पूर्ण संबंधों का झांसा देकर दुनिया के दूसरे देशों की सदाशयता का गलत फायदा उठाती रही।

कोपनहेगन डेमोक्रेसी समिट में यूरोप और चीन की चुनौतियां विषय पर बोलते हुए अमेरिकी विदेश मंत्री ने आरोप लगाया कि चीन अपने फायदे के हिसाब से सारे नियम कायदे बनाता है।

अमेरिकी विदेश मंत्री ने खुलकर कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और चीन की सेना भारत से लगने वाली सीमा पर तनाव बढ़ाने की साजिश में जुटी हुई है।

उन्होंने भारत के रवैये का समर्थन करते हुए तनाव बढ़ाने के लिए चीन को ही पूरी तरह जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि दक्षिण चीन सागर में भी चीन सेना का जमावड़ा बढ़ाकर अपना क्षेत्र बढ़ाने की साजिश रच रहा है। उन्होंने कहा कि सही बात तो यह है कि चीन हमारी उदारता का गलत फायदा उठाने में जुटा हुआ है।

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो ने सीमा विवाद के मुद्दे पर चीन की सरकार की खुलकर आलोचना की है। उन्होंने कहा कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी नाटो जैसे संस्थानों की उपलब्धियों को निष्फल बनाने की साजिश में जुटी हुई है।

चीन के साथ सीमा विवाद के मुद्दे पर अमेरिका अब खुलकर भारत के साथ आ गया है। अमेरिका ने भारत की सीमा पर तनाव बढ़ाने के लिए चीन को जिम्मेदार बताया है। अमेरिका ने चीनी सेना के रवैये की कड़ी आलोचना करते हुए चीनी कम्युनिस्ट पार्टी को दुष्ट तक बताया है।