इस देश ने की हिन्दुस्तान की जासूसी, सामने आई ये रिपोर्ट

वॉशिंगटन पोस्ट और जर्मनी के सरकारी ब्रॉडकास्टर ने मंगलवार को एक रिपोर्ट पब्लिश की। इस रिपोर्ट के अनुसार, क्रिप्टो एजी कम्पनी ने US की सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (CIA) के साथ 1951 में एक डील की और 170 में इसका मालिकाना हक CIA को मिल गया। इस जॉइंट रिपोर्ट में बताया CIA के क्लासिफाइड डॉक्युमेंट से खुलासा किया है .

किस तरह US और इसके सहयोगियों ने सालों तक भोलेपन का लाभ उठाया, उनका रुपया ले लिया और उनके सीक्रेट भी चुरा लिए।

कम्युनिकेशंस और इन्फर्मेशन सिक्यॉरिटी में विशेषज्ञता रखने वाली इस कम्पनी की स्थापना 1940 के दशक में एक इंडिपेंडेंट कम्पनी के तौर पर हुई थी।

US की खुफिया एजेंसी CIA ने कई वर्षों तक विश्व के कई देशों की जासूसी की। US के एक बड़े अखबार के अनुसार, ‘CIA ने हिंदुस्तान समेत कई दूसरे देशों के इनक्रिप्टेड मेसेज कई वर्षों तक पढ़े।

इसके लिए एजेंसी ने स्विट्जरलैंड की एक कम्पनी की सहायता ली, जो दूसरे देशों की सरकारों की विश्वसनीय थी। इस कम्पनी के पास उनके जासूसों, सैनिकों और डिप्लोमेट्स के सीक्रेट कम्युनिकेशन थे। लेकिन खास बात है कि ये स्विस एजेंसी का मालिकाना हक CIA के ही पास था।