चीन के सामने इस देश ने पेश किया अपनी ताकत का नमूना , दिया ये जवाब

अमेरिका का कहना है कि इस अभ्यास का उद्देश्य हवाई रक्षा क्षमता बढ़ाने के साथ विमान वाहक पोत से लंबी दूर तक मार करने की क्षमता को अचूक बनाना था।

 

गौरतलब है कि चीन हमेशा से ही पूरे दक्षिण चीन सागर पर अपना प्रभुत्व मानता रहा है, वही दूसरी तरफ पांच अन्य देश भी इस पर अपना अधिकार बताते रहे है। बता दे इस सागर के रस्ते से करीब पांच लाख करोड़ के सामान की हर साल आवाजाही होती है।

अमेरिका और चीन के बीच तनातनी रुकने का नाम नहीं ले रही है। अमेरिकी नौसेना ने विवादित दक्षिण चीन सागर में युद्धाभ्यास कर चीन के सामने अपनी ताकत का नमूना पेश किया है।

अमेरिकी नौसेना के इस युद्धाभ्यास में उसके युद्धपोत यूएसएस निमित्ज और यूएसएस रोनाल्ड रीगन समेत अन्य पोत और विमानवाहक पोत शामिल रहे। इस युद्धाभ्यास को फिलीपींस, वियतनाम जैसे पड़ोसी मुल्कों पर धौंस जमा रहे चीन को अमेरिका का जवाब कहा जा रहा है।