चीन को इस देश ने दिया बड़ा झटका, शुरू कर दिया…

उन्होंने कहा कि हमें न तो चीन का शासन मंजूर है और न ही चीन की कम्युनिस्ट सरकार का दिया हुआ शासन। हम आजाद राष्ट्र हैं।

 

हां, अगर चीन ताईवान के साथ सहअस्तित्व के अवधारणा को स्वीकार करता है तो उससे बात हो सकती है। यह भी कहा जा रहा है कि चीन के टूटने की शुरूआत हो चुकी है। आज ताईवान ने ऐलान किया है, कल कोई दूसरा राज्य घोषणा कर सकता है।

ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने चीन की शी जिनपिंग से द्वीप की लोकतांत्रिक सरकार के साथ सह-अस्तित्व का रास्ता खोजने का आग्रह किया, क्योंकि उन्होंने रिकॉर्ड अनुमोदन रेटिंग और अमेरिकी समर्थन में वृद्धि के साथ अपने दूसरे कार्यकाल की शुरुआत की।

क्रॉस-स्ट्रेट संबंध एक ऐतिहासिक मोड़ पर पहुंच गए हैं। दोनों पक्षों का कर्तव्य है कि वे दीर्घकालिक रूप से सह-अस्तित्व का रास्ता खोजें और दुश्मनी और मतभेदों की तीव्रता को रोकें।

एक तरफ जहां अमेरिका चीन पर कोरोना वायरस की स्वतंत्र जांच को लेकर लगी हुई है वहीं अब चीन को सबसे बड़ा झटका लगा है।

ताईवान ने चीनी शासन से आजादी का ऐलान कर दिया है। ताईवान की राष्ट्रपति साई इन वेन ने कहा है कि ताईवान अब संप्रभु राष्ट्र है। वो चीन के अधीन नहीं है। ताईवान अपने ऊपर चीन की संप्रभुता के दावे को स्वीकार नहीं करता है।