इस देश ने निकाली पाकिस्तान की हेकड़ी, घुटनों के बल आए इमरान खान

वाणिज्य मंत्रालय के हवाले से पाकिस्तानी अखबार ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने लिखा है कि प्रधानमंत्री इमरान खान के सलाहकार अब्दुल रजाक दाऊद ने वाणिज्य मंत्रालय से कपास आयात की मंजूरी देने के लिए बात की है और माना जा रहा है कि अगले सप्ताह से पाकिस्तान भारत से कपास और धागे की आयात कर सकता है।

पाकिस्तानी अखबार की रिपोर्ट में कहा गया है कि कपास की कमी का मुद्दा पहले ही इमरान खान को बताया जा चुका है और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के पास ही वाणिज्य मंत्रालय का भी प्रभार है। लिहाजा, इमरान खान के पास भारत से कपास खरीदने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा है।

पाकिस्तानी अखबार ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि एक बार सैद्धांतिक फैसला होने के बाद मंत्रिमंडल की आर्थिक संयोजन समिति के सामने औपचारिक आदेश रखा जाएगा। वहीं सूत्रों के मुताबिक इस बारे में आंतरिक चर्चा हो चुकी है और अंतिम फैसला इमरान खान को लेना है।

वहीं, सूत्रों का ये भी कहना है कि इमरान खान के पास सहमति देने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा है क्योंकि इमरान खान जानते हैं कि पाकिस्तान इस समय कॉटन की कमी से जूझ रहा है और इमरान खान खुद पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्री हैं लिहाजा सारी जिम्मेदारी उन्हीं के ऊपर है।

बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इतना गुस्सा हुए कि उन्होंने भारत से तमाम व्यापार बंद कर दिए। हालांकि इससे भारत को कोई फर्क नहीं पड़ा मगर पाकिस्तान की हालात खराब हो चुकी है।

पाकिस्तान एक बार फिर से भारत से रोड रूट के जरिए कपास आयात करना चाहता है। माना जा रहा है कि पाकिस्तान की सरकार भारत से कपास खरीदने को जल्द ही मंजूरी देने वाली है।

बताया जा रहा है कि Loc पर दोनों देशों के बीच सीजफायर पर हुए नये समझौते के बाद दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संभावनाएं बहाल हो सकती हैं लेकिन पाकिस्तान जल्द से जल्द भारत के साथ अपने संबंध को सुधारना चाहता है ताकि देश में भुखमरी के हालात उत्पन्न ना हों।

बात बात कर परमाणु बम निकालने वाले पाकिस्तान की सारी हेकड़ी निकल चुकी है और डेढ़ करोड़ लोगों के सिर पर बेरोजगार होने का खतरा मंडरा रहा है। पाकिस्तान में पहले से ही बेरोजगारी और महंगाई चरम पर है .

ऐसे में अगर डेढ़ करोड़ से ज्यादा लोग और बेरोजगार हो जाएगे तो पाकिस्तान में गृहयुद्ध छिड़ने के हालात बन जाएंगे साथ ही इमरान खान की सत्ता भी जाएगी। लिहाजा अपनी सरकार बचाने के लिए इमरान खान की सरकार भारत के सामने गिड़गिड़ाने और घुटने के बल बैठने को मजबूर हो गई है।