इस देश ने बनाई कोरोना की वैक्सीन, भारत में भी टीकाकरण की तैयारी…

रूस का दावा है कि उनकी दूसरी वैक्सीन एपिवैककोरोना (EpiVacCorona) का तीसरी ट्रॉयल भी सफल रहा। इस वैक्सीन का ट्रॉयल 100 वॉलंटियर्स पर किया था, जिसमें कोई साइड-इफैक्ट सामने ना आने के बाद इसे मंजूरी दे दी गई। खबरों के मुताबिक, रूस के उप प्रधानमंत्री ततयाना गोलिकोवा ने भी दूसरी वैक्सीन ली थी। अब देशभर से 40 हजार लोगों को एपिवैककोरोना वैक्सीन के अगले चरण के ट्रायल के लिए चुना जाएगा।

 

खबरों के मुताबिक, चुमाकोव सेंटर ऑफ रशियन एकेडमी ऑफ साइंसेज में रूस की तीसरी कोरोना वैक्सीन बनाई जा रही है, जिसे दिसंबर 2020 तक मंजूरी दी जा सकती है।

फिलहाल पहले ट्रॉयल में 15 वॉलंटियर्स को यह वैक्सीन दी जा चुकी है, जिसमें किसी तरह की गंभीर साइड-इफैक्ट्स देखने को नहीं मिले। उम्मीद है कि वैक्सीन का तीसरा ट्रॉयल दिसंबर तक पूरा हो जाएगा।

रूस कोरोना वायरस का टीका बनाने वाला पहला देश है। रूस ने 2 अगस्त को दुनिया की पहली वैक्सीन स्पुतनिक-वी (Sputnik-V) को मंजूरी दी थी। 14 अक्तूबर को रूस ने दूसरी कोरोना वैक्सीन एपिवैककोरोना (EpiVacCorona) को तीसरे ट्रॉयल के बाद मार्केट में उतार दिया था । इसी बीच खबरें आ रही हैं कि रूस ने कोरोना की तीसरी वैक्सीन भी तैयार कर ली है।

दुनिया में लगभग 4 करोड़ लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। शुक्रवार को विश्व के कोरोना आंकड़ों में 40 हजार की वृद्धि देखी गई, जिसने एक दिन में बढ़ने वाले सबसे ज्यादा मामलों का रिकॉर्ड बना लिया।

अमेरिका कोरोना वायरस के 80 लाख मामले हैं। दूसरी ओर यूरोप में इटली और जर्मनी से लेकर पुर्तगाल तक कोरोना के रिकॉर्ड मामले दर्ज किए गए, जिसके कारण कुछ देशों को फिर से लॉकडाउन लगाने के लिए मजबूर होना पड़ा।कोरोना वायर की रोकथाम के लिए जहां कई देशों में अभी भी वैक्सीन बनाने की होड़ चल रही है वहीं रूस ने इसकी तीसरी वैक्सीन भी तैयार कर ली है।