इस देश ने बनाई कोरोना की वैक्सीन , रातो – रात शुरू किया परीक्षण

यूनिवर्सिटी से डिस्चार्ज किए जाने के बाद वॉलंटियर्स को निगरानी में रखा जायेगा। इस यूनिवर्सिटी में जिस वैक्सीन का परीक्षण किया गया। वह पहले 18 जून को 18 वॉलंटियर्स के एक समूह को दी गई। जबकि वॉलंटियर्स के दूसरे समूह को यह वैक्सीन 23 जून को दी गई।

 

वॉलंटियर्स  को 15 जुलाई व 20 जुलाई को डिस्चार्ज कर दिया जायेगा। ” भारत में रूस के दूतावास ने इस विषय में ट्वीट करते हुए इस बात की जानकारी दी व इसे कोविड-19 (Covid-19) के विरूद्ध संसार की पहली वैक्सीन बताया।

सेकेनोफ़ यूनिवर्सिटी (Sechenov University) में सेंटर फॉर क्लीनिकल रिसर्च ऑन मेडिकेशन (Center for Clinical Research on Medications) की प्रमुख इलीना स्मोलयारचुक ने बताया, “रिसर्च पूरा कर लिया गया है व इससे साबित हुआ है कि वैक्सीन सुरक्षित है।

यूनिवर्सिटी में इस परीक्षण की मुख्य शोधकर्ता इलीना स्मोलयारचुक (Chief Researcher Elena Smolyarchuk) ने बताया कि परीक्षण में सामने आये रिजल्ट में टीका (Vaccine) प्रभावी सिद्ध भी हुआ है।

रूस (Russia) की सेकेनोफ़ यूनिवर्सिटी (Sechenov University) में नये कोरोना वायरस (Novel Coronavitus) की वैक्सीन का वॉलंटियर्स पर क्लीनिकल परीक्षण (Clinical Test) पूरा कर लिया गया है।