महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद शिवसेना व बीजेपी (भाजपा) के बीच दूरियां बढ़ती जा रही है। शिवसेना के मुखपत्र सामना में लगातार बीजेपी पर हमला कहा जा रहा है।
मंगलवार को शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधा है। शिवसेना ने बीजेपी से अपने संपादकिय में पुछा है कि हमें NDA से निकालने वाले तुम कौन हो।
सामना ने अपने आर्टिक्ल में लिखा है कि ‘एनडीए’ के जन्म व प्रसव पीड़ा को शिवसेना ने अनुभव किया है। बीजेपी (भाजपा) के बगल में जब कोई भी कोई खड़ा नहीं होना चाहता था व हिंदुत्व और राष्ट्रवाद जैसे शब्दों को देश की सियासत में कोई पूछता भी नहीं था तब व उसके पहले भी जनसंघ के समय से शिवसेना ने बीजेपी का साथ दिया था
संपादकीय में लिखा गया है कि एनडीए से शिवसेना को किस आधार पर बाहर निकाला गया, ये अहंकारी व मनमानी पॉलिटिक्स के अंत की आरंभ है। एनडीए में से शिवसेना के नहीं होने का ऐलान किया गया। दिल्ली के बीजेपी नेताओं ने किस आधार पर व किसकी इजाजत से यह घोषणा की? ‘यात्रा में जल्दबाजी एक्सीडेंट को निमंत्रण देती है’ इस प्रकार की जल्दबाजी इन लोगों के लिए उचित नहीं है। ‘