12 जुलाई को वाल्टर रीड नेशनल मिलिट्री मेडिकल सेंटर में कोरोना वॉरियर से मिलने पहुंचे तो उन्होंने मास्क पहन रखा था। हालांकि उसके बाद उन्हें सिर्फ एक बार और मास्क पहने देखा गया। द वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दो सप्ताह पहले राष्ट्रपति ट्रंप ने कोरोना के इलाज के लिए लिखी जाने वाली दवाओं की कीमतों को कम करने के एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। यह कार्यक्रम आइजनहावर एक्जीक्यूटिव आफिस बिल्डिंग के साउथ कोर्ट ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया था।
अखबार के मुताबिक यह ऑडिटोरियम व्हाइट हाउस के प्रेस ब्रीफिंग वाले स्थान से बड़ा जरूर था, लेकिन इतने लोग इसमें बुलाए गए थे कि वे सभी एक-दूसरे से सटकर खड़े हुए थे। कार्यक्रम में शामिल केवल चार लोगों ने फेस मास्क पहन रखे थे। मास्क नहीं पहनने वालों में राष्ट्रपति ट्रंप भी शामिल थे।
अखबार के मुताबिक ट्रंप ने एक और कार्यक्रम निजी बेडमिंस्टर, एनजे गोल्फ रिसॉर्ट में आयोजित किया था। इस दौरान भी अधिकांश लोगों ने मास्क पहन नहीं रखा था। इतना ही नहीं मानकों के विपरीत अधिक लोग भी बुलाए गए थे।
अमेरिका में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कुछ दिनों पहले फेस मास्क पहने देखा गया था। हालांकि उसके बाद उन्हें कई सार्वजनिक कार्यक्रमों में कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते पाया गया। उनके इस तरह के व्यवहार से आम लोग कोरोना के खिलाफ उनकी लड़ाई की गंभीरता को लेकर भ्रमित हैं।
बता दें कि ट्रंप का यह रवैया तब है जब उपराष्ट्रपति माइक पेंस और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं। दरअसल, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेहरे पर मास्क पहनने और शारीरिक दूरी के नियमों की आवश्यकता जताई थी। कई महीनों तक ट्रंप ने उनकी इस बात पर कोई ध्यान नहीं दिया।