पैंट या जींस में दिखती है मोटी जांघें? चर्बी घटाने के लिए करें इन योगासनों का अभ्यास

शारीरिक गतिविधि कम होने और अधिकतर बैठे-बैठे काम करने के कारण शरीर में अतिरिक्त वसा बढ़ जाती है। दफ्तर में डेस्क वर्क अधिक होने से शरीर का निचला भाग भारी होने लगता है। जांघों और कूल्हों में अतिरिक्त चर्बी बढ़ने लगती है और शरीर भारी भरकम दिखने लगता है।

योग से मोटापा या शरीर के विभिन्न भागों में बढ़ी अतिरिक्त चर्बी को कम किया जा सकता है। हालांकि अगर शरीर का कोई हिस्सा पतला या सामान्य हो और कोई एक हिस्सा मोटा हो तो कौन से योग का अभ्यास किया जाना चाहिए। यहां कूल्हों और जांघों को टोन्ड करने वाले योगासनों के बारे में बताया गया है। शरीर के निचले हिस्से के मोटापे को कम करने के लिए यहां बताएं योगासनों का अभ्यास करें।

उत्कटासन

उत्कटासन को चेयर पोज कहते हैं। इस आसन के अभ्यास के लिए दोनों पैरों के बीच थोड़ी जगह बनाकर खड़े हो जाएं और हाथों को सामने की ओर फैलाते हुए हथेलियों को नमस्ते मुद्रा में मिलाएं। अब बाजुओं को ऊपर उठाते हुए घुटनों को मोड़ते हुए पेल्विक नीचे करें। अब टखने और घुटनों को सीधा रखते हुए नमस्कार मुद्रा में आ जाएं और रीढ़ सीधी रखें।

एकपादासन

मोटी जांघों को पतला करने के लिए एकपादासन का अभ्यास कर सकते हैं। एकपादासन के अभ्यास के लिए पैरों के बीच दूरी बनाते हुए सीधे खड़े हो जाएं। अब बाजुओं को ऊपर उठाते हुए हथेलियों को प्रणाम मुद्रा में मिलाएं। पीठ को सीधा रखते हुए सांस छोड़ें और शरीर को फर्श के समानांतर होने तक मोड़ें। इस दौरान बाजुओं को कानों के पास रखते हुए धीरे-धीरे पीठ ऊपर उठाएं। फिर दाएं पैर, पेल्विक, ऊपरी शरीर और हाथ को सीधा रखते हुए ऊपर की ओर उठाएं। फर्श पर नजर केंद्रित करते हुए बैलेंस बनाएं।

वृक्षासन

इस आसन को करने के लिए सीधे खड़े होकर दाएं पैर को फर्श से उठाएं और बाएं पैर पर शरीर का वजन रखते हुए संतुलन बनाएं। अब दाएं पैर को भीतरी जांघ पर रखते हुए हथेलियों से सहारा दें। प्रणाम मुद्रा में आते हुए आसमान में हाथों को ले जाएं। कुछ देर इसी योग को दोहराएं।

अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।