जानिये क्या हुआ जब कैब के विरोध में हजारों गद्दार लगाने लगे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे

भारत में गद्दार और जिहादी बहुत ज्यादा बढ़ गए हैं, नागरिता संसोधन कानून में भारतीय मुस्लिमों का कुछ लेना देना नहीं है, यह सिर्फ शरणार्थियों को नागरिकता देने का कानून है लेकिन देश के अंदर मौजूद जिहादी और गद्दार लोग इसका विरोध कर रहे हैं। लखनऊ में गद्दारों का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें नागरिकता संसोधन कानून के विरोध में हजारों गद्दार इकठ्ठा होकर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं। देखिये वीडियो –

 

भारत में रह रहे जिहादियों और गद्दारों की हिम्मत इतनी बढ़ चुकी है कि वे पाकिस्तान प्रेमियों को पाकिस्तान चले जाने के लिए कहने वाले मेरठ के एसपी अखिलेश नारायण सिंह के पीछे पड़ गए हैं और ट्विटर पर वर्दी वाला गुंडा ट्रेंड कर रहे हैं। जिहादियों का साथ भारत में छुपे गद्दार और जयचंद भी दे रहे हैं, एक जयचंद पत्रकार ने लिखा है – उत्तर प्रदेश पुलिस मुसलमानों के ख़िलाफ़ द्वेष भावना से काम कर रही है ये इसका सबूत है। मुसलमानों को टारगेट करने की पूरी ट्रेनिंग मिली हुई है। पक्का यह अधिकारी संघ से जुड़ा हुआ है। इसी प्रकार से हजारों जिहादी एसपी के खिलाफ ट्वीट कर रहे हैं।

आपको बता दें कि एसपी अखिलेश नारायण सिंह ने पाकिस्तान का नारा लगाने वाले मुस्लिम दंगाइयों को पाकिस्तान जाने की सलाह दी थी जिसके बाद दंगा समर्थकों ने ट्विटर पर उनके खिलाफ अभियान छेड़ दिया, मीडिया भी उनके पीछे पड़ गया जिसके बाद एसपी अखिलेश नारायण सिंह ने सफाई पेश की, उन्होंने कहा की उपद्रवी लोग पुलिस के सामने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं, जब हम उन्हें पकड़ने गए तो वे वहां से भाग गए, हमने वहां पर खड़े लोगों से कहा की अगर इन्हें हिंदुस्तान से नफरत है और पाकिस्तान से प्यार है तो इन्हें कह दो की चले जाएं पाकिस्तान।

आपको बता दें की जुम्मा पर मुस्लिम लोग नमाज पर एकजुट होते हैं। 20 दिसंबर 2019 को जुम्मा यानी शुक्रवार था,, नागरिकता संसोधन कानून के खिलाफ मुस्लिमों ने नमाज पढ़ने के बाद यूपी के अधिकतर शहरों में जमकर हिंसा, आगजनी, दंगा फसाद और उपद्रव किया, योगी सरकार ने पहले ही चेतावनी दी थी की सरकारी नुकसान की भरपाई भी दंगाइयों से की जाएगी, अब यूपी पुलिस ने दंगाइयों की धरपकड़ शुरू कर दी है। इस बीच मेरठ का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एसपी अखिलेश सिंह जिहादियों को कहते दिख रहे हैं – खाते हो भारत का और गीत गाते हो पाकिस्तान का तो फिर चले जाओ पाकिस्तान। अगर यहाँ रहोगे तो सुधार देंगे, जिन्होंने भी दंगा फसाद किया है हम उन्हें जेल में बंद करके रहेंगे।