चीन और अमरीका के बीच हुआ ये, उड़ाया जा रहा एक दूसरे पर…

पिछले सप्ताह दक्षिणी चीन सागर में जब अमरीका ने सैन्य अभ्यास किया और अपने विमानवाहक पोत, पनडुब्बियां और परमाणु हथियारों से लैस सिस्टम की भीड़ लगा दी तो उस समय भी टकराव की पूरी संभावना पैदा हो गई थी। इससे पहले चीन ने भी अपनी ताक़त का जमकर प्रदर्शन किया था।

 

अब दोनों देशों के बीच विवाद के मुद्दे बढ़ते जा रहे हैं और तनाव गहरा होता जा रहा है। व्यापारिक युद्ध तेज़ होते होते हांग कांग के सुरक्षा क़ानून का मुद्दा सामने आया साथ ही चीन पर कोरोना वायरस फैलाने का आरोप अमरीका ने बार बार दोहराया। यह स्थिति जिस दिशा में बढ़ रही है वहां सीमित या व्यापक टकराव की आशंका है।

काउंसलेट की जंग की शुरुआत ट्रम्प प्रशासन ने की और ह्यूस्टन में चीनी वाणिज्य दूतावास को बंद करने का आदेश जारी कर दिया इसके जवाब में चीन ने शींगदो शहर में अमरीकी काउंसलेट पर जासूसी का आरोप लगाकर उसे बंद करने का आदेश जारी कर दिया।

तनाव इस हद तक बढ़ चुका है कि अमरीका के विदेश मंत्री माइक पोम्पेयो ने डेमोक्रेटिक देशों का गठबंधन बनाने का आम न्योता दिया और रूस को भी प्रस्ताव दिया है कि वह इस गठबंधन में शामिल हो जाए।

चीन और अमरीका के बीच जारी शीत युद्ध पिछले दिनों बिल्कुल नए चरण में पहुंच गया है और दोनों देशों ने एक दूसरे के काउंसलेट बंद करना शुरू कर दिया है और एक दूसरे पर जासूसी के आरोप लगाए हैं।