कोरोना को लेकर अब पीएम मोदी करने जा रहे ये खतरनाक काम, पूरे देश हो जाए तैयार…

पीएम मोदी ने कहा कि भारत में कोरोना की रिकवरी रेट भी लगातार तेजी से बढ़ रही है। हमारी बिजनस कम्युनिटी भी अच्छा काम कर रही है। हम अभी दुनिया के दूसरे सबसे बड़े पीपीई किट के निर्माता हैं।

 

 

पिछले कुछ महीनों में भारत ने कोरोना के अलावा 2-2 चक्रवात, बाढ़ और टिड्डियों का हमला भी झेला है। भारत में 80 करोड़ लोगों को फ्री में अनाज दिया जा रहा है। फ्री कुकिंग गैस 80 मिलियन लोगों को दिया जा रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी ने कई चीजों को प्रभावित किया है, लेकिन भारत के लोगों की आकांक्षाओं को यह प्रभावित नहीं कर सका है। हालिया महीनों में काफी सारे सुधार हुए हैं। विश्व के सबसे बड़ें हाउसिंग प्रोग्राम पर काम जारी है।

रेल, सड़क और एयर कनेक्टिविटी को बढ़ाया जा रहा है। इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में काफी काम हो रहा है। हम बेहतरीन वित्तीय तकनीक का इस्तेमाल लोगों तक बैंकिंग, क्रेडिट, डिजिटल पेमेंट और इंश्योरेंस की सुविधा पहुंचाने के लिए कर रहे हैं। हमारा टैक्स सिस्टम पारदर्शी है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत पहला ऐसा देश था, जिसने सबसे पहले मास्क का इस्तेमाल और फेस कवर करने को एक मुख्य स्वास्थ्य मानक की तरह लिया। हमने सबसे पहले सोशल डिस्टेंसिंग के लिए सामाजिक जागरूकता के अभियान चलाए।

उन्होंने कहा कि पूरे कोरोना काल के दौरान, लॉकडाउन के समय भारत सरकार का एक ही मकसद था कि गरीबों की रक्षा करना। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना पूरे विश्व की सबसे बड़ी समर्थन प्रणाली है। इसके तहत लगभग 80 करोड़ लोगों को खाद्यान्न उपलब्ध करवाया गया।

पीएम ने कहा कि जब 2020 की शुरुआत हुई, क्या किसी ने सोचा था कि ऐसी स्थितियां बन जाएंगी? एक वैश्विक महामारी ने सभी को प्रभावित किया है।

यह महामारी हमारे लचीलेपन, सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली और आर्थिक प्रणाली का परीक्षण कर रही है। वर्तमान स्थिति एक नई मानसिकता की मांग करती है, जिसका दृष्टिकोण विकास के लिए मानव केंद्रित हो।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूएस-इंडिया स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप फोरम (USISPF) के तीसरे वार्षिक नेतृत्व शिखर सम्मेलन को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वर्तमान स्थिति एक नई मानसिकता की मांग करती है।

एक मानसिकता जिसका दृष्टिकोण विकास के लिए मानव केंद्रित हो। उन्होंने कहा कि भारत पहला ऐसा देश था, जिसने सबसे पहले मास्क का इस्तेमाल और फेस कवर करने को एक हेल्थ मेजर की तरह लिया। हमने सबसे पहले सोशल डिस्टेंसिंग के लिए पब्लिक अवेयरनेस कैंपेन चलाए थे।