कोरोना के बीच फैली ये नई बीमारी, 15 साल तक के बच्चे हो रहे शिकार

अनुमान है कि ये कावासाकी के जैसे लक्षण हैं, लेकिन कावासाकी छोटे बच्चों में अब तक देखने को मिली है जबकि पीएमआईएस 10 महीने से लेकर 15 साल तक के बच्चों में देखने को मिल रही है।

 

इस बारे में एसआरसीसी चिल्ड्रेन हॉस्पिटल के बाल रोग विशेषज्ञ और क्रिटिकल केयर सोसाइटी के सचिव डॉ। अमीष वोरा ने बताया है कि इस बीमारी में पेट दर्द के साथ-साथ दो से तीन दिनों तक बुखार रहता है।

इस बारे में डॉक्टरों का कहना है कि इसके लक्षण सामान्य हैं, जैसे बुखार आना, स्किन में रैश होना, आंखों का जलना, पेट से जुड़ी बिमारियां। ये बीमारी 10 महीने से लेकर 15 साल तक के बच्चों में देखने को मिल रही है। इस बारे में अब इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) को इसकी जानकारी दी गई है।

बताया जा रहा है कि मार्च से लेकर अब तक 600 बच्चों के टेस्ट किए गए। जिनमें से 100 बच्चे कोरोना संक्रमित निकले और उन्हीं में से 18 बच्चों में पीएमआईएस के लक्षण देखने को मिले थे।

देश में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस से प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में बच्चों एक अलग तरह की बीमारी देखने को मिल रही है। बताया जा रहा है कि मुंबई के वाडिया अस्पताल में कोरोना संक्रमित 100 बच्चों को भर्ती किया गया है लेकिन इन बच्चों में से 18 बच्चे PMIS यानी पीडियाट्रिक मल्टीसिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम का शिकार भी पाए गए हैं।

डॉक्टरों की टेंशन उस वक़्त और बढ़ गई जब इन 18 बच्चों में से 2 की मौत हो गई। इसके बाद डॉक्टर्स ने अन्य जगहों से भी डेटा मांगना शुरू कर दिया है।