अरब सागर में पनप रहा ये भूचाल, भारत के इन क्षेत्र में 24 घंटों के दौरान…

अरब सागर के दक्षिण पूर्वी भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हुआ है। यह सिस्टम आगामी 24 घंटों के दौरान और प्रभावी होते हुए निम्न दबाव का क्षेत्र बन सकता है,उसके बाद गहरे निम्न दबाव के क्षेत्र में तब्दील हो जाएगा। स्कायमेट वेदर का अनुमान है कि 9 दिसंबर से यह नया प्रभाव सामने आ सकता है और इसके बाद 10 से 13 दिसंबर तक अलग-अलग जगहों से बारिश की खबर सामने आ सकती है। जानिये देश में कहां कैसा मौसम रहेगा।

जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बर्फबारी 7 से 9 दिसंबर के बीच देखने को मिल सकती है, जिससे इन भागों में कई रास्ते बंद हो सकते हैं और सामान्य जनजीवन प्रभावित हो सकता है।

दिल्ली एनसीआर के साथ आगरा, मेरठ, अलीगढ़, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मुरादाबाद में 11 दिसंबर को गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां देखने को मिल सकती हैं।

दिल्ली एनसीआर के साथ चंडीगढ़, पंचकूला, अंबाला, करनाल, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, पानीपत, सोनीपत, सिरसा, हिसार, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, पलवल, फरीदाबाद में 11 दिसंबर को हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल सकती हैं।

10 और 11 दिसंबर के बाद जब पश्चिमी विक्षोभ और चक्रवाती सिस्टम आगे निकल जाएंगे उसके बाद ठंडी उत्तर पश्चिमी हवाएं चलनी शुरू होंगी और उत्तर भारत के मैदानी शहरों में भीषण सर्दी एक बार फिर से अपना असली रंग दिखाएगी।

ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में भारी हिमपात होने की भी संभावना है। इस दौरान गुलमर्ग, पहलगाम, कुलगाम, श्रीनगर, जम्मू, उधमपुर समेत कई जगहों पर अच्छी वर्षा के आसार हैं।

जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में हल्की से मध्यम कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की गतिविधियां हो सकती हैं।

पर्वतीय क्षेत्रों में जम्मू कश्मीर से लेकर हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और गिलगित, बालटिस्तान समेत लद्दाख तथा उत्तराखंड में भी तीन-चार दिनों के दौरा न बारिश का मौसम रहेगा।

दिल्ली एनसीआर के साथ राजस्थान में जयपुर, भरतपुर, अलवर, चुरू, झुंझुनू, दौसा, करौली और पंजाब में लुधियाना, पटियाला, जालंधर, पठानकोट, अमृतसर में 11 दिसंबर को हल्की से मध्यम बारिश देखने को मिल सकती हैं।

जिस मौसमी सिस्टम के चलते महाराष्ट्र और गुजरात में बारिश की संभावना है, वह 3-4 दिनों के ठहराव के बाद आगे बढ़ेगा क्योंकि उस दौरान उसका रास्ता साफ हो जाएगा।

एक पश्चिमी विक्षोभ 10 दिसम्बर के आसपास देश के उत्तरी भागों की तरफ आएगा। साथ ही उत्तर से दक्षिण तक एक ट्रफ भी विकसित होगी।

बादलों का प्रभाव गुजरात तथा महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र पर बढ़ता जाएगा। यह स्थितियाँ 10 से 13 दिसम्बर के बीच यानि 3-4 दिनों के लिए बनती हुई दिखाई दे रही हैं।

अहमदाबाद, बड़ौदा, राजकोट, सोमनाथ, दीव, भावनगर, वलसाड, सूरत, मुंबई, ठाणे, पुणे, नाशिक में बारिश की गतिविधियां दर्ज की जाएंगी।

वर्तमान में बनता संयोग महाराष्ट्र और गुजरात में बारिश देने वाला है। स्काइमेट का आकलन है कि इस दौरान गुजरात का सौराष्ट्र क्षेत्र और दक्षिणी-मध्य गुजरात के साथ-साथ उत्तरी कोंकण प्रभावित होंगे।

एक नया पश्चिमी चौक पहाड़ों पर भारी बर्फबारी के साथ बारिश दे सकता है। दिल्ली सहित उत्तर पश्चिम भारत का मौसम शुष्क रहेगा तथा न्यूनतम व अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहेंगे।

एक नया पश्चिमी विक्षोभ पहाड़ों पर भारी बर्फबारी के साथ बारिश दे सकता है। समुद्री तूफान के कमजोर पड़ने के बावजूद तमिलनाडु में अभी बारिश जारी रहेगी।