महाराष्ट्र में आ सकती है बहुत बड़ी आफत, सरकार हुई परेशान , पौने दो लाख…

लंबे समय तक बंद रहने के बाद 15 दिन पहले ही मुंबई में लोकल ट्रेन की सेवा सामान्य नागरिकों के लिए भी शुरू की गई है। आम नागरिक सीमित अवधि में अब लोकल ट्रेन का उपयोग कर पा रहे हैं। लेकिन अभी यह निष्कर्ष नहीं निकाला जा सका है कि मुंबई में पुनः बढ़ते कोरोना मामलों के पीछे लोकल ट्रेन में बढ़ती भीड़ ही एक कारण है, या कुछ और।

 

महाराष्ट्र में सोमवार 15 फरवरी को 3365 नए केस सामने आये थे और इसी दिन 23 मौतें हुईं थीं। अब भी पौने दो लाख लोग होम क्वारनटाइन में हैं।

वैसे महाराष्ट्र में रिकवरी दर 95.7 फीसदी है और मृत्यु दर 2.49 फिसदी है। आंकड़ों के अनुसार अमरावती, यवतमाल और नागपुर में केस बढ़ने का ट्रेंड है। महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के एक गांव में 27 लोग एक साथ कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।

महाराष्ट्र के कोरोना टास्क फ़ोर्स के सदस्य डॉ शशांक जोशी का कहना है कि किसी को लापरवाह कतई नहीं होना चाहिए। अभी संकट बना हुआ है। अब तो अमेरिका में डबल मास्किंग की जरूरत महसूस की जा रही है। डॉ जोशी का कहना है कि भले ही दिखने में पहले की अपेक्षा मामले कम लग रहे हों लेकिन ये खुश होने की बात नहीं है।

एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये स्थिति लोगों का आवागमन बढ़ने और एहतियातों के प्रति लापरवाह होने से बनी है। जिस तरह अब सब कुछ अनलॉक हो गया है उससे लोगों में ये धारणा बन रही है मानों कोरोना खत्म हो गया है। सोशल दूरी, मास्किंग और हाथ साफ़ करने जैसे सामान्य से एहतियात भी लोग अब भूलते जा रहे हैं।

सरकार आने वाले दिनों में कुछ सख्त कदम उठा सकती है। पिछले कुछ सप्ताहों के दौरान मुंबई सहित पूरे महाराष्ट्र में कोरोना के मामले काफी कम हो गए थे। लेकिन पिछले दो सप्ताह से नए मामलों में फिर बढ़ोतरी होती दिखाई दे रही है।

केरल के बाद अन महाराष्ट्र में कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। मुंबई, पुणे उअर, नागपुर जैसे बड़े शहरों में कोरोना के बढ़ते मामलों से संक्रमण की नई लहर का अंदेशा बन गया है। पिछले दो सप्ताह से महाराष्ट्र में अचानक बढ़ते कोरोना के मामलों ने महाराष्ट्र सरकार की चिंता बढ़ा दी है।