निशानेबाज खिलाड़ी प्रियांशु की होटल में मिली लाश, जाने आगे..

बिहार के उभरते हुए निशानेबाज खिलाड़ी प्रियांशु कुमार चौरसिया की दिल्ली स्थित एक होटल में संदिग्ध हालात में मृत्यु हो गई मृत्यु की ख़बर घरवालों को मिलते ही उसके गृह जिले नवादा स्थित कारागार रोड मकान में कोहराम मच गया प्रियांशु नेशनल टीम में चयन के बाद राष्ट्रीय इवेंट में भाग लेने के लिए अपने कोच के साथ दिल्ली गया हुआ था

कोच के साथ गया था दिल्ली

बताया जा रहा है कि नेशनल निशानेबाज प्रियांशु कुमार चैरसिया की मृत्यु करंट लगने से हो गई रविवार की प्रातः काल अपने कोच के साथ वो दिल्ली के होटल कलेक्शन ओयो में ठहरा हुआ था जहां उसकी मृत्यु करंट लगने से हो गई बाथरूम में लगे गीजर से करंट प्रवाहित होने के कारण उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई मृत निशानेबाज प्रियांशु के चाचा मनोज चौरसिया ने बताया कि उनके पास दिल्ली से काॅल आया कि जिस होटल में प्रियांशु ठहरा हुआ था वहां बाथरूम में नहाने के दौरान गीजर में विद्युत प्रवाह से उसकी मृत्यु हो गई

अस्पताल में तोड़ा दम
करंट लगने के बाद उसे आनन-फानन में दिल्ली के अपोलो अस्पताल में दखिल कराया गया परंतु वहां के डॉक्टर प्रियांशु को बचा नहीं सके इस घटना की सूचना मिलने के बाद नवादा में रह रहे परिजनों में कोहराम मच गया उसके पैतृक गांव पकरीबरावां प्रखंड के छतरवार में भी मातमी सन्नाटा पसर गया है पूरा परिवार प्रियांशु के पार्थिश शरीर को लाने दिल्ली के लिए रवाना हो चुका है

मौत के कारणों पर संशय

प्रियांशु की मृत्यु पर संशय बरकरार है परिवार के सभी मेम्बर दिल्ली पहुंच गए हैं दिल्ली में दिल्ली पुलिस ने शुरुआती दौर में छानबीन के दौरान होटल को सील कर दिया है लेकिन वैसे उसके मृत शरीर का पोस्टमॉर्टेम नही कराया गया है  कई बिंदुओं पर अभी जाँच चल रही है

नेशनल टीम के लिए हुआ था चयन
प्रियांशु कई बार अपने कौशल का परिचय दे चुका है केरल के तिरूवनंतपुरम में भाग लेने देश भर के 56 सौ प्रतिभागियों में प्रियांशु ने परचम लहराया था जिसके बाद नेशनल टीम के लिए चयन हुआ था पिछले वर्ष तिरूवनंतपुरम में परचम लहराने वाला निशानेबाज प्रियांशु देहरदून के लूसैन्ट में पढ़ाई करता था. वो 14 वर्ष की आयु में ही कई गोल्ड मेडल जीत चुका था पिछले वर्ष 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन करके नवादा ही नहीं उसने अपने परिवार को भी गौरवान्वित किया था

ओलम्पियाड खेलने का प्रियांशु का सपना रह गया अधूरा
प्रियांशु अपने माता-पिता के सपनों को पूरा करने के लिए ओलम्पियाड खेलने का सपना संजोये था
सोशल मीडिया पर भी प्रियांशु एक्टिव था अपनी जीत  नाकामी दोनों को वह अपने पोस्ट के माध्यम से लोगों को जानकारियां देता रहता था उसके फेसबुक पेज पर राइफल के साथ उसने कई फ़ोटो भी पोस्ट किए थे जो दर्शाता था कि शूटिंग के प्रति उसमें जबर्दस्त जुनून था  उसे हासिल करने के लिए वो कड़ी मेहनत भी कर रहा था

लोगों ने जताया शोक
प्रियांशु के असामयिक मृत्यु से जिले में खेल के प्रति रुचि रखने वालों ने गहरी संवेदना जाहीर की है जिला पुलिस द्वारा संचालित साइबर सेनानी ग्रुप में एडमिन से लेकर खिलाड़ी एवं अन्य लोगों ने प्रियांशु को श्रद्धांजलि अर्पित की है