युवक ने की गुरु ग्रंथ साहिब लेकर भागने की कोशिश, पिता बोले- मानसिक रोगी

पंजाब में बेअदबी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। अब मुक्तसर जिले में एक युवक पर गुरु ग्रंथ साहिब लेकर भागने की कोशिश करने का आरोप लगा है। घटना मलौट जिले की है।

मलौट सब-डिविजन के एनाखेरा गांव में स्थित एक गुरुद्वारे में हुई इस घटना की जांच की जा रही है। बताया जा रहा है कि गुरुद्वारा प्रबंधन ने शुरू में इस मामले को छिपाने की कोशिश की लेकिन जब घटना के विरोध में रात के वक्त स्थानीय लोग गुरुद्वारा के पास जमा होने लगे तब प्रबंधन ने पुलिस को सूचना दी।

बाबा भिडी चंद ग्रुरुद्वारा दो कमरे में बना हुआ है और अभी कुछ ही दिनों पहले यह खुला भी था। यह गुरुद्वारा एसजीपीसी के नियंत्रण में नहीं आता है और यहां सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगे हैं। गुरुद्वारा ग्रंथी गुरुसेवक सिंह का आरोप है कि 20 साल का अर्शदीप सिंह सोमवार की सुबह करीब 9 बजे यहां आया था। अर्शदीप सिंह गुरुद्वारे के ही एक संस्थापक सदस्य का बेटा है। आरोप है कि अर्शदीप सिंह ने गुरुद्वारे में रखे गुरु ग्रंथ साहिब को खुले में लाने से पहले वहां रखे हथियारों का अनादर किया।

गुरुसेवक सिंह का कहना है, मैं दूसरे कमरे में था और जब मैंने उसे देखा तब उससे गुरु ग्रंथ साहिब को बचा लिया।’ हालांकि, आरोपी युवक के पिता का दावा है कि उनके बेटे की मानसिक हालत ठीक नहीं है और उसने एक बार खुद को मारने की कोशिश भी की थी। लेकिन अब इस मामले में गांव के लोग जांच की मांग कर रहे हैं। यहां के लोगों का कहना है कि उन्हें इस बात पर शक है कि अर्शदीप सिंह दीमागी तौर पर बीमार है।

मलौट के डीएसपी जसपाल सिंह ढिल्लन का कहना है, एनाखेड़ा गांव में स्थित गुरुद्वारे में यह घटना हुई है। हमें इस घटना की जानकारी करीब 12 घंटे के बाद दी गई है। हमने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। कहा जा रहा है कि युवक मानसिक तौर से बीमार है। आगे की जांच जारी है। ‘