योगी सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को दिया ये बड़ा तोहफा, कहा 50 फीसदी से ज्यादा…

उत्तरप्रदेश में सत्ता में काबिज होने के बाद योगी सरकार जनता के हित में कई उपयोगी कदम उठाने में लगी हुई है इसी कड़ी में आगे बढ़ते हुए योगी सरकार ने प्रदेश कर्मचारियों का स्थायी मासिक भत्ता यानी नियत यात्रा भत्ता 50 से सौ फीसद तक बढ़ा दिया है

 

सातवें वेतन आयोग की संस्तुतियां प्रदेश में लागू करने के लिए गठित वेतन समिति की रिपोर्ट के मुताबिक इस भत्ते को पुनरीक्षित करने पर कैबिनेट ने मंगलवार को मुहर लगा दी

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि वेतन समिति 2016 के भत्तों एवं सुविधाओं संबंधी 7वें प्रतिवेदन की संस्तुतियों पर कैबिनेट ने नियत यात्रा भत्ते की एक नवंबर, 2012 से लागू दरों को संशोधित कर दिया है

मंगलवार को प्रदेश सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह  श्रीकांत शर्मा ने कैबिनेट मीटिंग के बाद बताया कि इस फैसला से विभिन्न राजकीय विभागों में कार्यरत डेढ़ लाख से अधिक कर्मचारी लाभान्वित होंगे उन्होंने बताया कि नियत यात्रा भत्ते की पुनरीक्षित दरें तत्काल असर से लागू होंगी इस फैसला से प्रदेश सरकार पर करीब 20 करोड़ रुपये अलावा वार्षिक व्ययभार आएगा

अगर आपको नही पता तो बता दे कि कर्मचारी संगठनों ने केवल एक भत्ता बढ़ाए जाने  इस बढ़ोतरी से भी कुछ खास प्रभाव न पड़ने का दावा करते हुए असंतोष जाया है

प्रदेश कर्मचारी संयुक्त परिषद के एक गुट के महामंत्री अतुल मिश्र ने बोला कि सरकार ने परिवार नियोजन, कंप्यूटर  कैश हैंडलिंग भत्ते न केवल भविष्य के लिए बंद किए बल्कि उन कर्मचारियों का भी भुगतान रोक दिया, जिन्हें यह भत्ते पहले से मिल रहे थे

परिषद महामंत्री ने कर्मचारियों के सभी संवर्गों को मिल रहे 90 से अधिक भत्तों में से केवल एक को पुनरीक्षित किए जाने पर भी सवाल उठाया है परिषद के दूसरे गुट के अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी ने भी तीन वर्ष पहले की वेतन समिति की रिपोर्ट में अब केवल एक भत्ता बढ़ाने  समिति की रिपोर्ट सार्वजनिक न किए जाने को गलत ठहराया है