योगी सरकार अब करने जा रही ये बड़ा काम , शुरू हुई प्लानिंग

राज्य सरकार प्रदेश के छह और स्थानीय मेलों में बेहतर सुविधा उलब्ध कराने के लिए उनका प्रांतीयकरण करने जा रही है। प्रांतीयकरण होने के बाद इन मेलों पर आने वाला खर्च नगर विकास विभाग उठाएगा।

नगर विकास विभाग इसके पहले भी कई मेलों का प्रांतीयकरण कर चुका है। नगर विकास विभाग को यह अधिकार है कि वह किसी भी धार्मिक मेले का प्रांतीयकरण करे। इसके लिए उसे कैबिनेट से प्रस्ताव पास कराना होता है।

प्रस्ताव पास होने के बाद मेलों के आयोजन पर आने वाला खर्च नगर विकास विभाग उठाता है। नगर विकास विभाग इसके पहले भी कई स्थानीय धार्मिक मेलों का प्रांतीयकरण कर चुका है। नगर विकास विभाग अब कुछ और मेलों का प्रांतीयकरण करना चाहता है। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। विभागीय स्तर पर इसके लिए प्रारंभिक प्रस्ताव पर विचार-विमर्श शुरू हो गया है।

इसके मुताबिक गाजियाबाद के महा कौथिग मेला को प्रांतीयकरण का दर्जा दिया जाएगा। इसके लिए जमीन की उपलब्धता के संबंध में गाजियाबाद के डीएम से प्रस्ताव मांगा गया है। सहारनपुर की मॉ शाकुंभरी माता मंदिर का मेले को भी यही दर्जा दिया जाना है। इसको लेकर न्यायालय में वाद विचाराधीन है, लेकिन डीएम सहारनपुर ने नगर विकास विभाग को जानकारी दी है कि मॉ शाकुंभरी माता मंदिर मेला को प्रांतीयकृत घोषित किए जाने के संबंध में कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।