अमेरिका और रूस के बीच बिगड़े हालात, शुरू हो सकता है युद्ध

राष्ट्रपति जो बाइडन ने गुरुवार को एक आदेश जारी किया जिसमें इन प्रतिबंधों का ब्यौरा दिया गया है. इनमें रूस के 32 अधिकारियों और लोगों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की गई है. अमेरिका ने ये क़दम ऐसे वक़्त उठाया है, जब दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति है.

पिछले महीने अमेरिका ने रूस के सात अधिकारियों के ख़िलाफ़ रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आलोचक एलेक्सी नवेलनी को ज़हर देने के मामले में कार्रवाई की थी. रूस इस आरोप से इनकार करता है.

मंगलवार को बाइडन ने पुतिन को फ़ोन किया था जिसमें उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रीय हितों की दृढ़ता से रक्षा करने का संकल्प जताया. उन्होंने साथ ही पुतिन के साथ एक बैठक करने का भी प्रस्ताव रखा जिसमें उन मुद्दों की पहचान की जा सके जिनमें दोनों देश मिलकर काम कर सकते हैं.

व्हाइट हाउस ने कहा है कि इन प्रतिबंधों का मक़सद रूस की ‘हानिकारक विदेशी गतिविधियों’ की रोकथाम करना है. उसने एक बयान में कहा है कि पिछले वर्ष ‘सोलरविन्ड्स’ की बड़ी हैकिंग के पीछे रूसी ख़ुफ़िया एजेंसियों का हाथ था.

उसने साथ ही रूस पर 2020 के अमेरिकी चुनाव में हस्तक्षेप करने का भी आरोप लगाया है. रूस ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा है कि वो इसका जवाब देगा.

अमेरिका ने रूस पर साइबर हमले और दूसरी शत्रुतापूर्ण गतिविधियाँ करने की बात करते हुए उसके ख़िलाफ़ प्रतिबंधों की घोषणा की है और 10 राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है.