पटना में गंगा का जलस्तर बढ़ा, मंडराने लगा बाढ़ का खतरा

इसी तरह गंगा दीघा घाट में खतरे के निशान 50.45 मीटर से नीचे 49.48 मीटर जल स्तर के साथ बह रही थी लेकिन यहां भी पानी दो सेंटीमीटर बढ़ा है. गांधी घाट पर गंगा का खतरे का निशान 48.60 मीटर है, यहां पर गंगा का जल स्तर सुबह छह बजे 48.54 मीटर था. एक दिन पहले मंगलवार दोपहर तीन बजे यहां पर जल स्तर 48.48 था. यहां पर इस दौरान छह सेंटीमीटर पानी बढ़ा है.

गंगा नदी की तरह सोन नदी में भी पानी बढ़ रहा है. सोन नदी के इंद्रपुरी में खतरे का निशान 108.20 मीटर है. यहां पर सोमवार सुबह छह बजे इसका जलस्तर 101.82 मीटर था. इससे एक दिन पहले रविवार को यहां पर जल स्तर 101.68 मीटर था. यहां पर इस दौरान 14 सेंटीमीटर पानी बढ़ा है.

यहां पर जल स्तर में चार सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. अन्य जगहों पर भी गंगा के जल स्तर में बढ़ोतरी देखी जा रही है. पिछले कई दिनों से गंगा समेत अन्य नदियों के जलस्तर में कमी आ रही थी. लेकिन फिर एक बार फिर जल स्तर बढ़ने की

शुरुआत होने से बाढ़ की आशंका बढ़ गयी है. सोमवार की सुबह छह बजे गंगा नदी मनेर में खतरे के निशान 52 मीटर से नीचे 50.76 मीटर के जल स्तर के साथ बह रही थी. यहां एक दिन पहले रविवार दोपहर तीन बजे जल स्तर 50.75 मीटर था. यहां भी एक सेंटीमीटर पानी बढ़ा है.

इस जगह पर गंगा खतरे के निशान से 40 सेंटीमीटर उपर बह रही है. गंगा के जल स्तर में एक बार फिर से बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. हथिदह में रविवार को दोपहर तीन बजे गंगा का जल स्तर 42.12 मीटर था.

पटना जिले में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. हथिदह में गंगा का जल स्तर अब भी खतरे के निशान से ऊपर है. बाढ़ नियंत्रण कक्ष से मिले आंकड़ों के मुताबिक सोमवार सुबह छह बजे तक गंगा का जल स्तर हथिदह में 42.16 मीटर पहुंच गया है, जबकि यहां पर खतरे का निशान 41.76 मीटर है.