दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन बताई जा रही इस वैक्सीन को रूस ने बताया ऐसा अब तो…

मेडिकल जर्नल लानसेट ने कहा है कि स्पुत्निक-वी के नाम से रूस द्वारा विकसित कोविड-19 वैक्सीन की शुरूआती ट्रॉयल्स में बेहतर रिजल्ट्स हासिल हुए हैं। इस वैक्सीन ट्रायल्स में भाग लेने वालों में वैक्सीन को रोकने में समर्थ एंटीबॉडीज विकसित हुए हैं। रूस ने कहा है कि ट्रॉयल के रिजल्ट्स स्पुत्निक-वी के कार्यशैली को लेकर आलाचकों के लिए एक जवाब है।

इस वर्ष जून-जुलाई में वैक्सीन पर कराए गए दो चरणों के ट्रॉयल्स में भाग लेने वाले 76 लोगों में कोविड-19 को रोकने में समर्थ एंटीबॉडीज विकसित हुए हैं और किसी एक में भी गंभीर साइडइफेक्ट नहीं दिखाई दिया है। दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन बताई जा रही इस वैक्सीन को रूस ने अगस्त में ही डोमेस्टिक यूज के लिए अनुमति दे दी है।

लानसेट ने कहा है कि कोविड-19 से सुरक्षा मुहैया कराते हुए दीर्घकालीन सुरक्षा और समर्थता निर्धारित करने के लिए स्पुत्निक-वी वैक्सीन की व्यापक स्तर पर परीक्षाओं की जरूरत है। कई विशेषज्ञों ने इस वैक्सीन के सभी ट्रायल्स पूरे कर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अनुमति मिलने तक स्पुत्निक वी का इस्तेमाल नहीं करने की चेतावनी दी है। हालांकि रूस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय पत्रिका लानसेट का पहली बार रूसी वैक्सीन के ट्रायल्स के रिजल्ट्स प्रकाशित करना, 40,000 लोगों पर पिछले सप्ताह ट्रॉयल करने से हमारी वैक्सीन को लेकर लोगों में व्याप्त संदेह खत्म हो जाते हैं।