धनिया का उपयोग करने से होता है ये बड़ा फायदा

धनिया के कच्चे पत्तों में विटामिन A, C और K के गुण मौजूद है और इसके बीज में – फाइबर, कैल्शियम, कॉपर, आयरन जिन महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान ज्यादा रक्तस्त्राव होता है वे धनिया के पत्तियों का रस निकाल कर 4-5 चम्मच रस में चने के आकार के बराबर खाने वाला कपूर मिलाकर सेवन करें, अत्यंत लाभ होगा।


जिन लोगों को कंठमाला है, गला बढ़ जाता है या टांसिल बढ़ जाता है, उस स्थिति में यदि धनिये के बीज को पीसकर गेहूँ का आटा मिलाकर लेप करते है तो टांसिल में लाभ होगा और गले की सूजन भी कम हो जाती है।

धनिया या कोथमीर भारतीय रसोई में प्रयोग की जाने वाली एक सुंगंधित हरी पत्ती है। मारवाडी भाषा में इसे धोणा कहा जाता है। सामान्यतः इसके पत्तो का उपयोग सब्ज़ी की सजावट और ताज़े मसाले के रूप में किया जाता है।

इसके बीज को सुखाकर सूखे मसाले की तरह प्रयोग किया जाता है। धनिया 2 तरह की होती हैं देशी धनिया इसमें स्वाद और खुशबू ज्यादा होती है ये बाजारों में दिसम्बर से फरवरी तक ही खाने के लिए उपलब्ध होती है हायब्रीड धनि ये बाजारों में ज्यादा देखने को मिलती है लेकिन स्वाद ओर खुशबू में ज्यादा अच्छी नहीं होती।