पिछले हफ्ते भी ट्रंप ने कहा था कि वह चीन से काफी निराश हैं। चीन इस वायरस को रोक सकता था मगर वह पूरी तरह से असफल रहा।
इसके साथ ही ट्रंप ने यह भी कहा था कि महामारी की वजह से अब चीन और अमेरिका की ट्रेड डील पर संकट आ गया है। एक इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा, ‘वो अगर चाहते तो ऐसा कभी होता ही नहीं।
मैंने एक ट्रेड डील की लेकिन अब मैं कहता हूं कि मुझे लगता है ऐसा नहीं करना चाहिए। ट्रेड डील को ज्यादा समय हुआ ही नहीं था और महामारी आ गई।’
ट्रंप करीब डेढ़ माह से चीन को वायरस के निए जिम्मेदार बता रहे हैं। इस माह की शुरुआत में उन्होंने कहा थाा कि उनके पास इस बात के सुबूत हैं कि वायरस चीन के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी से ही निकला था।
ट्रंप ने ट्वीट किया और लिखा, ‘प्रवक्ता चीन की तरफ से मूर्खतापूर्ण बातें करते हैं और ऐसा करके वह उस दर्द को भूलने की कोशिश करते हैं जो पूरी दुनिया से होता हुआ अमेरिका आया है। यह गलत जानकारी और प्रपोगेंडा है और अमेरिका और यूरोप का अपमान है।
चीन इस महामारी को रोक सकता था लेकिन उसने ऐसा नहीं किया।’ ट्रंप ने एक और ट्वीट किया और लिखा, ‘चीन में कुछ सिरफिरे कोरोनावायरस के लिए बाकी लोगों को दोष दे रहे हैं, जबकि चीन की नाकामी ने दुनियाभर में हत्याओं को अंजाम दिया। यह चीन की कमजोरी के अलावा और कुछ नहीं है।’
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस संकट को लेकर एक बार फिर चीन पर जमकर भड़ास निकाली है। ट्रंप ने चीन पर आरोप लगाया है .
चीन उस दर्द और उन मौतों को भूल रहा है जो उनके देश ने झेला है। ट्रंप ने इसके साथ ही दोहराया है कि चीन अगर चाहता तो महामारी को रोका जा सकता था लेकिन ऐसा नहीं हुआ।