चीन पर भड़क उठा अमेरिका, कहा 24 घंटे में…जारी…

अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि बीजिंग (Beijing) ने अमेरिकी राजनयिकों (US diplomats) और अन्य अधिकारियों, पत्रकारों और पर्यटकों द्वारा तिब्बती स्वायत्त क्षेत्र (TAR) और अन्य तिब्बती क्षेत्रों की यात्रा में परेशानी पैदा करना जारी रखा है, वहीं चीनी अधिकारियों और अन्य नागरिकों अमेरिका आते रहे हैं.

 

पोम्पिओ ने कहा कि अमेरिका, चीन और विदेशों में रह रहे तिब्बती समुदायों के सतत आर्थिक विकास, पर्यावरण संरक्षण और मानवीय स्थितियों को आगे बढ़ाने के लिए काम करना जारी रखेगा.

उन्होंने कहा कि हम तिब्बतियों के लिए सार्थक स्वायत्तता का समर्थन करने, उनके मौलिक और अकल्पनीय मानवाधिकारों के सम्मान, और उनकी धार्मिक, सांस्कृतिक और भाषाई पहचान का संरक्षण करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

उन्होंने कहा कि तिब्बती क्षेत्रों (Tibet Area) में प्रवेश क्षेत्रीय स्थिरता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि वहां चीन द्वारा मानवाधिकारों का हनन होता है, साथ ही एशिया की प्रमुख नदियों के पास पर्यावरणीय क्षरण को रोकने में भी बीजिंग नाकामयाब रहा है.

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो (Mike Pompeo) ने मंगलवार को ऐलान किया कि रिसिप्रोकल एक्सेस टू तिब्बत एक्ट (Reciprocal Access to Tibet Act) के तहत वो कुछ चीनी अधिकारियों के वीजा पर प्रतिबंध (Visa Ban) लगा रहे हैं.

पोम्पियो ने कहा कि आज मैं पीआरसी सरकार (PRC Government) और कुछ चीनी कम्यूनिस्ट पार्टी के अधिकारियों के खिलाफ वीजा रिस्ट्रिक्शन की घोषणा कर रहा हूं, क्योंकि ये लोग तिब्बती क्षेत्र में विदेशियों के आने-जाने को प्रतिबंधित करने के लिए नीतियां बना रहे थे.