अमेरिका ने जताई भारत पर इस बड़े आतंकी हमले की आशंका, ये देश देगा पाकिस्तान का साथ

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से कई आतंकी संगठन बुरी तरह बौखला गए और भारत में बड़े हमले की तैयारी में हैं यह आशंका अमेरिका ने जताई है। इंडो-पैसिफिक सिक्योरिटी अफेयर्स के सहायक सचिव रान्डेल श्रीवर ने कहा कि मुझे लगता है कि कश्मीर को लेकर भारत के निर्णय के बाद सीमा पार से कई बड़े हमले को अंजाम दिया जा सकता है।

हालांकि मुझे नहीं लगता कि चीन इस तरह के हमले का समर्थन करेगा या उसे सही बताएगा। ज्ञात हो कि रान्डेल श्रीवर ने यह बात क्या चीन कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का साथ देगा या नहीं को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कही। उधर, पेंटागन द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि वह (चीन) ने पाकिस्तान का अंतरराष्ट्रीय मंच पर साथ दिया है।

क्या कश्मीर के मुद्दे को यूएन में लेकर जाना चाहिए या नहीं इसे लेकर दोनों देश में बात हुई होगी। चीन इसका समर्थन करेगा। लेकिन हमें नहीं लगता कि इससे ज्यादा चीन कुछ भी पाकिस्तान को दे सकता है या देना चाहेगा। हालांकि उन्होंने कहा कि चीन और पाकिस्तान का रिश्ता काफी पुराना है और दोनों ही देश भारत से सीधे तौर पर प्रतिस्पर्धा में लगे हैं।

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि पाकिस्तान ने हाल ही में बालाकोट को फिर सक्रिय कर दिया है और करीब 500 घुसपैठिए भारत में घुसने की फिराक में हैं।

अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी में उन्होंने मीडिया से कहा था कि पाकिस्तान ने हाल ही में बालाकोट को फिर सक्रिय कर दिया है। इससे पता चलता है कि बालाकोट प्रभावित हुआ था। वह क्षतिग्रस्त और नष्ट हुआ था। इसलिए लोग वहां से चले गए थे और अब वह फिर से सक्रिय हो गया है।’ उन्होंने कहा कि करीब 500 घुसपैठिए भारत में घुसने की फिराक में है।

साथ ही जनरल रावत ने कहा था कि आतंकवादियों की हमारे इलाके में घुसपैठ करवाने के लिए पाकिस्तान संघर्ष विराम उल्लंघन करता है… हम जानते हैं कि संघर्ष विराम उल्लंघन से कैसे निपटना है… हमारी फौज जानती है कि खुद को कैसे पोज़िशन करें, और कैसे कार्रवाई करें… हम सतर्क हैं, और सुनिश्चित करेंगे कि घुसपैठ की ज़्यादा से ज़्यादा कोशिशें नाकाम हों।

इसके अलावा उन्होंने कहा था कि कश्मीर घाटी में आतंकवादियों और पाकिस्तान में बैठे उनके हैंडलरों के बीच कम्युनिकेशन ब्रेकडाउन हुआ है, लेकिन लोगों से लोगों के बीच कोई कम्युनिकेशन ब्रेकडाउन नहीं हुआ है। बता दें, फरवरी में पुलवामा में सीआरपीएफ कर्मियों को निशाना बनाकर किए गए आतंकवादी हमले के जवाब में भारतीय वायु सेना ने बालाकोट स्थित आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमले किए थे।