स्विस राजदूत को भी अलग से समन जारी किया, जो अमेरिकी प्रतिनिधि की भूमिका भी निभा रहे हैं। दोनों देशों के बीच महीनों से चल रहे हमलों के बीच आई यूएसए प्रेसिडेंट ट्रम्प की धमकी को लेकर ईरान ने स्विस राजदूत से केस दर्ज कराया।
जनरल सलामी ने राजकीय टेलीविजन पर कहा, हमनें अपनी नौसेना को आदेश दे दिए हैं कि अमेरिका की आतंकी सेना के नौसैनिक बलों का कोई भी युद्धपोत या अन्य सैन्य यूनिट हमारी व्यवसायिक या लड़ाकू नौकाओं को रोकने का प्रयास करें तो उन्हें सीधे निशाना बनाया जाए।
ईरानी युद्ध नौकाओं पर यूएसए प्रेसिडेंट ट्रम्प की धमकी के बाद ईरान ने पलटवार करते हुए धमकी दी है। ईरान के रिवॉल्यूशनरी गार्ड ने बताया कि अमेरिकी हमले का मुहंतोड़ जवाब दिया जाएगा।
ईरानी कमांडर ने ये बात यूएसए प्रेसिडेंट ट्रम्प की तरफ से ईरानी नौकाओं को डुबोने की धमकी देने वाले ट्वीट के एक दिन बाद कही है।