अमेरिका ने चीन को दिया ये करारा जवाब, कहा तैयार रहे..आने वाली जंग में…

माइक पोम्पियो ने कहा, ‘इस जंग में हमारे पास दोस्त व सहयोगी हैं। हमने इसके लिए दो वर्ष से कार्य किया है व अब पूरी दुनिया चाइना के विरूद्ध एकजुट होना प्रारम्भ हो गई है।

 

आपने बहुत से राष्ट्रों को हुआवेई से दूर जाते देखा है, क्योंकि वह चाइना के खतरे को स्वीकार करते हैं’। मालूम हो कि बीजिंग दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा जताता है।

वह ब्रुनेई, मलेशिया, फिलीपींस, ताइवान व वियतनाम द्वारा दावा किए गए क्षेत्र में भी कृत्रिम द्वीपों पर सैन्य ठिकानों का निर्माण कर रहा है।

जबकि हिंदुस्तान का बोलना है कि दक्षिण चीन सागर एक “वैश्विक कॉमन्स का हिस्सा” है व यह दृढ़ता से इन अंतर्राष्ट्रीय जलमार्गों में नेविगेशन व ओवरफ्लाइट की स्वतंत्रता के लिए खड़ा है। दक्षिण चीन सागर में बीजिंग द्वारा किए गए क्षेत्रीय दावों को अमेरिका ने भी साफ तौर पर खारिज कर दिया था।

एक सवाल के जवाब में अमेरिकी विदेशमंत्री ने बोला कि भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान या दक्षिण कोरिया में जो हमारे दोस्त हैं, सभी अपने अपने देश को होने वाले खतरे को महसूस कर रहे हैं।

लिहाजा आप उन्हें बीजिंग को हर मोर्चे पर धकेलने के लिए अमेरिका के साथ खड़ा पाएंगे’। दरअसल, साक्षात्कार के होस्ट लू डोब्स भारत-चीन टकराव के मद्देनजर अमेरिका व हिंदुस्तान के रिश्तों को लेकर एक प्रश्न पूछा था जिसके जवाब में पोम्पियो ने यह बात कही।

मंगलवार को फॉक्स न्यूज को दिए एक इंटरव्यू में, पोम्पियो ने कहा, ‘मुझे लगता है कि पूरी दुनिया को समझ आ गया है कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से निष्पक्ष व पारदर्शिता की उम्मीद नहीं की जा सकती। वह निष्पक्ष व पारदर्शी ढंग से प्रतिस्पर्धा करने से मना कर रहा है, इसलिए सभी बीजिंग के विरूद्ध एकजुट हो रहे हैं’।

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो (US Secretary of State Mike Pompeo) ने चाइना पर निशान साधते हुए बोला है कि भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान व दक्षिण कोरिया (India, Australia, Japan and South Korea) बीजिंग

को हर मोर्चे पर पीछे धकेलने के लिए अमेरिका के साथ आने के लिए तैयार हैं। उन्होंने आगे बोला कि पूरी दुनिया चाइना की अनुचित प्रथाओं व आक्रामकता के विरूद्ध खड़ी है।