धमकी मिलते ही घुटनों पर आया चीन, अब करने लगा ऐसा…

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने नरमीं दिखाते हुए कहा है कि चीन एक दूसरे का सहयोग कर रहे हैं। शुआंग ने बताया कि चीन की गुआंगजो और जुहाई की दो कंपनियां वोंडफो बायोटेक और लिवजोन इस समान का उत्पादन कर रही हैं।

 

हिंदुस्तान ने चीन के सामान की खराब गुणवत्ता को देखते हुए सारा सामान लौटाने और कोई पेमेंट नहीं करने की बात कह दी है। मगर भारत की इस धमकी के बाद से चीन घुटनों पर आ गया है।

मीडिया से मुखातिब गेंग ने बताया कि भारत को इस मुद्दे को सुलझाने के लिए चीन की दोषी कंपनियों से बात करना चाहिए। चीन ने अपने अनुभव का फायदा भारत के साथ साझा करने का प्रस्ताव भी दिया है।

गेंग ने बताया कि दोनों कंपनियों ने दावा किया था कि नैशनल मेडिकल प्रॉडक्ट्स ऐडमिनिस्ट्रेशन ऑफ चाइनाने खुद इन कंपनियों के उत्पाद की जांच के बाद इन्हें सही ठहराया था।

इसके बाद भारत की इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ वायरॉलजी से भी पास किया गया था और बाजार में उतारा गया था। भारत को इस बारे में दोबारा बात करने की जरुरत है।

पूरे हिंदुस्तान में चीन (china के सामान के बारे में एक कहावत कही जाती है कि ‘चले तो चांद तक ना चले तो शाम तक।’ कोरोना की जांच किट और पीपीई (ppe) किट की घटिया और चालू क्वालिटी पूरी दुनिया में थू-थू करवा चुकी है।

मगर मोदी सरकार ने चीन सरकार को दो टूक लहजे में चीन को अपना घटिया सामान वापस लेने और कोई भुगतान नहीं मिलने की बात कह दी है। मगर मोदी की धमकी और दुनिया भर में फजीहत के बाद अब चीन का लहजा काफी नर्म होता जा रहा है।