मुजाहिद ने बाद में जारी एक बयान में कहा कि मेनापाल को ”मुजाहिदीन के एक विशेष हमले में मारा गया” और ”उसे उसके कामों के लिए दंडित किया गया।” मुजाहिद ने और अधिक जानकारी नहीं दी।
अफगानिस्तान पत्रकारों के लिए दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में से एक है। नागरिकों के खिलाफ हाल में किए गए कई हमलों को लेकर इस्लामिक स्टेट द्वारा दावा किया गया है।
हालांकि सरकार अक्सर तालिबान को जिम्मेदार ठहराती है। बता दें कि इससे पहले तालिबानी आतंकियों ने भारतीय पत्रकार दानिश सिद्दकी की बेरहमी से हत्या कर दी थी।
अफगानिस्तान में तालिबान ने शुक्रवार को सरकारी मीडिया सूचना केंद्र के निदेशक की गोली मारकर हत्या कर दी। हाल के महीनों में पत्रकारों और अधिकार कार्यकर्त्ताओं पर किए गए श्रृंखलाबद्ध हमलों में हत्या की यह वारदात नवीनतम है।
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने बताया कि समूह के लड़ाकों ने दावा खान मेनापाल को मार डाला है जो स्थानीय और विदेशी मीडिया के लिए सरकार का प्रेस अभियान संचालित करते थे।