Paytm का कर्मचारी बताकर ठग ने 100 दुकानदारों को लगाया ₹3 करोड़ का चूना

शाजापुर में पिछले कुछ समय से खुद को Paytm का एजेंट बताने वाले शख्स ने दुकानदारों से संपर्क कर उन्हें लोन स्कीम समझाई. कई व्यापारियों ने लोन स्कीम में दिलचस्पी दिखाई. ऐसे में उनके नाम से लोन ले लिया गया.

कुछ किश्तें भी जमा हुईं. लेकिन फिर वह शख्स गायब हो गया. ऐसे में अब व्यापारियों को अपने साथ हुई ठगी जानकारी हुई. इसके चलते व्यापारियों ने कोतवाली थाने पर शिकायती आवेदन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है.

कोतवाली थाने पहुंचकर सौंपे शिकायती आवेदन में व्यापारियों ने बताया, स्वयं को पेटीएम का टीम लीडर बताने वाला राहुल पिता शिवसिंह कुछ समय से लगातार संपर्क में था. राहुल ने सभी व्यापारियों को अलग-अलग जाकर पेटीएम की नई स्कीम का झांसा दिया. इसमें राहुल ने बताया कि उनके पेटीएम खाते पर ऋण (Loan) मिल रहा है.

इस लोन की खासियत यह है कि जितने का ऋण मिलेगा, उसमें से कुछ राशि तो वे स्वयं के उपयोग में ले सकते हैं. जबकि शेष राशि की सीधे एफडी हो जाएगी. इस एफडी पर इतना ब्याज मिलेगा कि उससे ऋण की किश्तें प्रतिमाह जमा हो जाएंगी. ऋण पूरा होने के बाद एफडी की राशि व्यापारियों को मिल जाएगी. राहुल की तरफ से बताई गई इस स्कीम में झांसे में नगर के कई व्यापारी आ गए. व्यापारियों ने आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध करवाकर राहुल से ऋण की प्रक्रिया पूरी करवा ली.

कुछ किश्तें जमा हुईं, लेकिन फिर पता लगा कि हो गई ठगी
व्यापारियों ने बताया कि उनके खाते में ऋण की राशि आ गई. इसमें से कुछ राशि तो उन्होंने निकाल ली, शेष राशि की राहुल ने एफडी करवाने की बात कही और पैसा निकाल लिया. इसके बाद कुछ किश्तें तो जमा हुईं, लेकिन बाद में किश्तें जमा होना बंद हो गईं. जब व्यापारियों ने राहुल से संपर्क किया तो सामने आया कि वो गायब हो गया है. सभी जगह तलाशने के बाद भी जब राहुल नहीं मिला तो व्यापारियों को अपने साथ हुई ठगी की जानकारी मिली. इसके बाद कुछेक व्यापारियों ने पुलिस को आवेदन सौंपकर कार्रवाई की मांग की.

किसी को अकाउंट अपडेट करने के नाम पर लगाई चपत
कोतवाली पुलिस को दिए गए अलग-अलग आवेदनों में व्यापारियों ने स्वयं के साथ हुई ठगी की घटना की जानकारी दी. कुछ व्यापारियों ने तो ऋण के नाम पर हुई ठगी की जानकारी दी. जबकि कुछ व्यापारी ऐसे भी जिनसे राहुल ने कहा कि पेटीएम मशीन का अकाउंट अपडेट करना है. इस पर व्यापारियों ने अपडेशन के नाम पर उसे अनुमति दी. जिसके बाद खाते से राशि कटी तो पता चला कि उनके साथ ठगी की गई है.

लाखों रुपए की ठगी का अनुमान
नगर के कई लोग इस तरह ठगी का शिकार हुए हैं, लेकिन इसमें से तमाम लोगों ने ही पुलिस को शिकायत की है. जबकि कई लोग पुलिस के पास नहीं पहुंचे हैं. जानकारी के अनुसार इस मामले में एक दर्जन से अधिक व्यापारी ठगी का शिकार हुए हैं जिनके साथ लाखों रुपए की ठगी हुई है.

इनका कहना है…
नगर के कुछ व्यापारियों ने आवेदन दिए हैं कि उनके साथ ठगी हुई है. लेकिन ऋण तो इन लोगों के नाम से निकला है और राशि भी जमा हुई है. मामले की विस्तृत जांच की जाएगी. इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी.