कोरोना काल में नहीं रुकगी बच्चों की पढ़ाई, सरकार ने किया ऐसा…

इसी के साथ छात्रों के सीखने के तौर-तरीकों में बदलाव लाने को लेकर उन्होंने कहा, “हमें अपने छात्रों में सही नजरिया और 360 डिग्री के आकलन का विकास करने की जरूरत है.

 

यह चुनौती रट-रट कर सीखने (Rote-Learning Practices) के तौर-तरीकों को खत्म करने की है, जिसके लिए हम दिल्ली शिक्षा बोर्ड की शुरुआत करने जा रहे हैं, जिससे बच्चों के सीखने के तरीकों में बदलाव लाया जा सके. डिजिटल लर्निंग के लिए हम दिल्ली में पहले वर्चुअल स्कूल की शुरुआत करने जा रहे हैं.

इस साल के पुरस्कार समारोह के दौरान डिप्टी CM सिसोदिया ने कहा, “हम एक साल बाद फिर यहां आए हैं. कोरोना महामारी (Corona Pandemic) में स्कूल बंद होने के दौरान सभी शिक्षकों ने काफी संघर्ष किया.

महामारी के बीच भी बच्चों की पढ़ाई न रुके, इसके लिए शिक्षकों ने स्मार्टफोन का इस्तेमाल करना सीखा. जिन शिक्षकों को नहीं पता था कि छात्रों को पढ़ाने के लिए स्मार्टफोन का इस्तेमाल कैसे करना है, उन्होंने भी उसे सीखा और ‘लर्निंग नेवर स्टॉप (Learning Never Stop) का संदेश दिया.”

दिल्ली सरकार (Delhi government) ने शुक्रवार को स्कूल शिक्षा में योगदान के लिए सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के 98 शिक्षकों और प्रिंसिपलों (Teachers and principals) को राज्य शिक्षक अवार्ड से सम्मानित किया.

इस दौरान दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया (Deputy CM Manish Sisodia) ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान शिक्षकों और प्रिंसिपलों ने बड़ी कठिनाइयों का सामना करते हुए धैर्य और दृढ़ संकल्प दिखाकर ‘लर्निंग नेवर स्टॉप’ का जो संदेश दिया, वह सराहनीय है.