अम्फान तूफान ने मचाई तबाही, उखड़ गया दुनिया का…

पश्चिम बंगाल के हावड़ा स्थित भारतीय वनस्पति उद्यान में लगे 270 साल पुराने बरगद के पेड़ की जड़ें करीब 4.67 एकड़ में फैली हुई थी।

 

ऐसा नहीं है कि इस पेड़ ने केवल अम्फान के प्रकोप को झेला हो। इससे पहले भी ये पेड़ दो चक्रवात को झेल चुका था। जिसमें एक 1864 और दूसरा 1867 में आया था।

तभी इस पेड़ को ज्यादा क्षति नहीं पहुंची थी, लेकिन अम्फान के चलते दुनिया का सबसे पुराना बरगद का पेड़ जड़ से उखड़ गया।

बताय जा रहा है कि इस बरगद के पेड़ का मुख्य तना साल 1925 में हटा दिया गया था, जिसके बाद ये बरगद का पेड़ केवल जड़ों पर ही टिका हुआ था।

चक्रवात तूफान अम्फान के बाद इस पेड़ का घनत्व काफी कम हो चुका है और इसके अंदर का पूरा भाग खाली दिखाई दे रहा है। इस बरगद पेडड के बारे में दिलचस्प बात यह भी है कि इस पेड़ को भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण ने अपना प्रतीक चिह्न बना रखा है।

बता दें कि अम्फान ने कुछ ही घंटों के अंदर से पश्चिम बंगाल और ओडिशा में जमकर तबाही मचाई। इसके चलते केवल पश्चिम बंगाल में 80 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।

बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवात तूफान अम्फान ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा के कुछ इलाकों में जमकर ताबाही मचाई। सुपर साइक्लोन अम्फान के चलते दोनों ही राज्यों में तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश देखने को मिली।

तेज हवाओं और बारिश के चलते दोनों राज्यों के कई इलाकों में पेड़ और दीवारें गिर गईं। इसके अलावा पश्चिम बंगाल में 6 घंटे तक लगातार तूफान के चलते कोलकाता एयरपोर्ट पर काफी नुकसान हुआ। इसके अलावा अम्फान के चलते दुनिया का सबसे पुराना बरगद का पेड़ भी उखड़ गया।