थम नहीं रहे चीन के ‘कदम’, आज रात होने वाला…, जमीन पर लगाया ये खतरनाक हथियार

स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने बताया कि पिछले साल जब चीनी पक्ष की तरफ से लिमी और लापचा के बीच सड़क का निर्माण कार्य किया जा रहा था, उस समय सिर्फ तीन भवनों का आधार खड़ा किया गया था.

 

इसे नेपाल के विरोध के बाद बंद कर दिया गया था. लेकिन अभी अचानक 9 भवन बनकर तैयार हो गए हैं और अंदर सिर्फ फिनिशिंग का काम चल रहा है.

गांवपालिका अध्यक्ष लामा ने बताया कि नेपाली नागरिकों, स्थानीय लोगों को अपनी ही जमीन पर जाने नहीं दिया जा रहा है जबकि चीन के सैनिक आराम से नेपाली भूभाग पर आ जा रहे हैं और भवन निर्माण के काम को पूरा करने का काम अभी भी जारी है.

अपने गांव पालिका के भीतर ही सीमावर्ती क्षेत्र में इन भवनों का निर्माण कैसे और किसने किया? इस बात की जानकारी लेने के लिए जब गांवपालिका के अध्यक्ष विष्णु बहादुर लामा वहां पहुंचे तो उन्हें उस तरफ आने से रोका गया.

लामा ने फोन पर बताया कि मेरे बार-बार पूछताछ करने के बाद वहां भवन निर्माण के काम में लगी चीनी सेना के जवान अपना सामान लेकर चीन सीमा में प्रवेश कर गए.

बहुत दूर से ही अपने मोबाइल में उन निर्मित भवन का फोटो लेकर हमें भेजने वाले लामा ने बताया कि दोनों देशों की जो सीमा है, उससे एक किलोमीटर नेपाल की तरफ इन भवनों को बनाया गया है.

उन्होंने कहा कि सीमा की सुरक्षा में रहे चीन के सैन्य अधिकारियों से भी उन्होंने बात करने की कोशिश की, लेकिन उनकी तरफ से कोई भी जवाब नहीं आया और उनको उस क्षेत्र से चले जाने को कहा गया.

इस बार मामला नेपाल के हुम्ला जिले का है. इस जिले के नाम्खा गांव चीन ने गुपचुप तरीके से भवन का निर्माण कर लिया है. भवन भी एक- दो नहीं बल्कि पूरे 9 बड़े-बड़े भवन बनाए जा चुके हैं.

चीन की हिमाकत सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है. जिस जगह पर उसने भवनों का निर्माण किया है, उसके आसपास भी नेपाल के नागरिकों का प्रवेश निषेध कर दिया है.

इस बात का खुलासा तब हुआ जब उस गांवपालिका के अध्यक्ष विष्णु बहादुर लामा सीमावर्ती क्षेत्र में घूमने गए थे. उन्होंने बताया कि लिमी गांव के लाप्चा क्षेत्र में चीनी सेना ने एक साथ 9 इमारतों का निर्माण कार्य लगभग पूरा कर लिया है.

चीन की विस्तारवादी नीति नेपाल में बदस्तूर जारी है. भारत के साथ सीमा विवाद में उलझा चीन ठंडे के मौसम और नेपाली सुरक्षाकर्मियों की गैर मौजूदगी का फायदा उठाकर नेपाल की जमीन पर धीरे-धीरे कब्जा करता जा रहा है.