दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदियाका बड़ा बयान , भाजपा को बताया ऐसा…

दिल्ली भाजपा मीडिया विभाग के प्रमुख नवीन कुमार ने दावा किया है कि प्रदर्शनकारी भाजपा कार्यकर्ता नहीं बल्कि शिक्षक थे जिन्हें उनकी नौकरी से हटा दिया गया था. हजारों शिक्षकों को उनकी नौकरी से हटा दिया गया है।

अब वे (आप पार्टी के लोग) कह रहे हैं कि वे भाजपा कार्यकर्ता हैं. यह दुखद है कि महामारी के दौरान शिक्षकों को बिना नौकरी के छोड़ दिया गया है और अब जब वे विरोध कर रहे हैं तो उनके साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है.

इस घटना के बाद शाहदरा के डीसीपी आर साथियासुंदरम ने हालांकि कहा कि कोई हिंसा नहीं हुई. वे विरोध कर रहे थे और काले झंडे दिखा रहे थे, लेकिन कोई हिंसा नहीं हुई. हमने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे.

वहीं एक अन्य ट्वीट में सिसोदिया ने कहा कि बाबरपुर, करावल नगर, रोहतास नगर और गोकलपुर में नये स्कूल भवनों का निर्माण पूरे जोरशोर से चल रहा है. आज इन स्कूलों के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया. दिल्ली के हर बच्चे के लिए देश के सबसे अच्छे स्कूल बनाना यही केजरीवाल सरकार का सपना है.

सिसोदिया ने ट्विट किया कि आज, रोहतास नगर में एक स्कूल के निर्माण के विरोध में, भाजपा नेताओं और गुंडों ने इमारत में तोड़फोड़ की. उन्होंने मेरी सरकारी कार को टक्कर मार दी, स्कूल का गेट तोड़ दिया और महिला शिक्षकों, इंजीनियरों और निर्माण श्रमिकों के साथ दुर्व्यवहार किया. बीजेपी कार्यकर्ता स्कूलों और शिक्षा (एसआईसी) के निर्माण के खिलाफ क्यों हैं?

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) ने मंगलवार को आरोप लगाया है कि भाजपा (BJP) नेताओं और कुछ गुंडों ने एक निर्माणाधीन स्कूल की इमारत में तोड़फोड़ की, जिसका वह लोक निर्माण मंत्री सत्येंद्र जैन के साथ निरीक्षण कर रहे थे.

सिसोदिया ने भाजपा पर आरोप लगाया कि भाजपा के लोग दिल्ली के शिक्षा के स्तर को बढ़ते नहीं देखना चाहते. स्कूल जैसे निर्माण को नुकसान पहुंचाकर आखिर भाजपा के लोग क्या बताना चाहते हैं.