आजम खां के करीबी 25 हजार के इनामी सपा नेता ने किया सरेंडर, कोर्ट ने जमानत याचिका कर दी खारिज

रामपुर में शहर विधायक आजम खां के करीबी सपा के पूर्व प्रदेश सचिव और 25 हजार रुपये के इनामी युसूफ मलिक ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। कोर्ट ने जमानत याचिका खारिज कर दी।

इसके बाद उसे जेल भेज दिया गया। मुरादाबाद में अपर मुख्य नगर अधिकारी को धमकाने में सपा नेता के खिलाफ गंभीर धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया था। इसके बाद से वह फरार चल रहा था। मुरादाबाद पुलिस ने यूसुफ मलिक की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।

मुरादाबाद के सपा नेता एवं पूर्व प्रदेश सचिव युसूफ मलिक के खिलाफ अजीमनगर थाने में 2019 में मुकदमा दर्ज कराया गया था। आरोप था कि आलियागंज के ग्रामीण को बंधक बनाकर उस पर जानलेवा हमला किया गया। आरोप है कि जमीन के मामले को लेकर यह विवाद हुआ था। यह जमीन जौहर यूनिवर्सिटी में शामिल कराने के विवाद से जुड़ी हुई थी।

इस मामले में अब सपा के पूर्व प्रदेश सचिव युसूफ मलिक ने सोमवार को अपने अधिवक्ता के माध्यम से रामपुर की कोर्ट में सरेंडर कर दिया। युसूफ मलिक के अधिवक्ता की ओर से इस मामले में जमानत याचिका दायर की गई। कोर्ट ने जमानत याचिका को खारिज कर दिया और फिर आरोपी को जेल भेज दिया। अब इस मामले में सेशन कोर्ट में जमानत याचिका दायर करने की तैयारी की जा रही है।

रामपुर। मुरादाबाद नगर निगम के अपर नगर आयुक्‍त को जान से मारने की धमकी देने के मामले में सपा के पूर्व प्रदेश सचिव यूसुफ मलिक फरार चल रहे थे। मुरादाबाद पुलिस की ओर से उनकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया जा चुका है। सपा नेता के खिलाफ मुरादाबाद के सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। मुरादाबाद पुलिस की कई टीमें अलग-अलग जिलों में उसकी तलाश में छापेमारी कर रही थीं, लेकिन उसने पुलिस को चकमा देते हुए रामपुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया।