सामने नहीं आया उन्नाव बच्चियों की मौत का रहस्य , घरवाले पुलिस से…

उन्नाव के डिप्टी सीएमओ डॉक्टर तन्मय कक्कड़ ने बीबीसी को बताया कि बिना रासायनिक जाँच के यह कहना मुश्किल है कि लड़कियों की मौत ज़हर खाने की वजह से हुई है.

 

इस बारे में उन्नाव के पुलिस अधीक्षक सुरेश कुलकर्णी ने घटना के बाद कहा था कि घटनास्थल पर झाग मिले थे, जिससे यह आशंका थी कि शायद ज़हर खाने से लड़कियों की मौत हुई हो.

लेकिन गुरुवार शाम को यूपी के पुलिस महानिदेशक हितेश चंद्र अवस्थी ने एक वीडियो बयान में रिपोर्ट के बारे में जानकारी दी और बताया, “दोनों लड़कियों के शरीर पर बाहरी या भीतरी, किसी भी तरह के चोट के निशान नहीं पाए गए हैं. मौत की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है, इसलिए विसरा को जाँच के लिए सुरक्षित रख लिया गया है.”

गुरुवार को उन्नाव के ज़िला अस्पताल में दोनों लड़कियों का पोस्टमॉर्टम हुआ, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत की कोई स्पष्ट वजह सामने नहीं आ सकी है. उन्नाव के उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर तन्मय कक्कड़ ने गुरुवार को बताया कि अभी रिपोर्ट उन्होंने देखी नहीं है.

उन्नाव ज़िला मुख्यालय से क़रीब 50 किमी दूर असोहा थाना है. थाने से क़रीब तीन किमी की दूरी पर है बबुरहा गाँव. इसी गाँव में उन तीन लड़कियों के घर हैं, जो बुधवार शाम एक खेत में बेहोश पाई गई थीं. इनमें से दो लड़कियों की मौत हो गई. घटनास्थल की दूरी लड़कियों के घर से क़रीब डेढ़ किमी है.

उत्तर प्रदेश के उन्नाव ज़िले के बबुरहा गाँव में संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाई गईं दोनों लड़कियों का अंतिम संस्कार गाँव में ही कर दिया गया, जबकि तीसरी लड़की अब भी कानपुर के रिजेंसी अस्पताल में जीवन और मौत से संघर्ष कर रही है. इस बीच, पिछले तीन दिन से बबुरहा गाँव जैसे पुलिस छावनी में तब्दील हो गया है.